हरिद्वार कुंभः दीवार पर बनाए धार्मिक चित्रों के आगे ही रखवा दिए गए शौचालय
शहर को भव्यता देने के लिए जगह -जगह हिन्दू-देवी -देवताओं के दीवारों पर चित्र बनाए गए है। इन्हीं चित्रों के आगे रामपथ शौचालय लगा दिए गए। रामपथ पर करीब 100 से अधिक शौचालय लगाए गए हैं। ऐसे में धार्मिक चित्रों के सामने शौचालय लगाए जाने के बाद मुख्यमंत्री के ओएसडी ने इसको लेकर नाराजगी जाहिर की है।
उत्तराखंड। हिन्दूओ के आस्था का महापर्व कुंभ 11 मार्च से हरिद्वारा में शुरू होने वाला है। उत्तराखंड सरकार कुंभ की तैयारी में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
इन सब के बीच अधिकारियों की लापरवाही से हिन्दूओं की भावना को आहत करने वाला मामला सामने आया है। यहां शहर को भव्यता देने के लिए जगह -जगह हिन्दू-देवी -देवताओं के दीवारों पर चित्र बनाए गए है। इन्हीं चित्रों के आगे रामपथ शौचालय लगा दिए गए।
रामपथ पर करीब 100 से अधिक शौचालय लगाए गए हैं। ऐसे में धार्मिक चित्रों के सामने शौचालय लगाए जाने के बाद मुख्यमंत्री के ओएसडी ने इसको लेकर नाराजगी जाहिर की है। तत्काल वहां से शौचालय को हटाने को कहा है।
कुंभ मेले की भव्यता व दिव्यता को देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को रूबरू कराने के लिए तीर्थनगरी की दीवारों पर चित्रकारी कर भारतीय संस्कृति के लाखों वर्ष पुराना होने की तैयारी की जा रही है। कहीं राम पथ तो कहीं आस्था पथ बनाए गए हैं। वहीं इन चित्रों के आगे अब शौचालय लगाकर आस्था व भक्ति से खिलवाड़ किया गया है।
रामपथ पर बनाए गए चित्रों के आगे अस्थायी शौचालयों का निर्माण करवाया जा रहा है। रामपथ पर अलकनंदा भवन से थोड़ा आगे सौ से अधिक अस्थायी शौचालय लगवाए जा रहे हैं। रामपथ से रोजाना मेला नियंत्रण भवन जाने के लिए सभी प्रमुख अधिकारी गुजरते हैं, लेकिन इस तरफ किसी का ध्यान नहीं पड़ रहा है।
रविवार को कुंभ मेले की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ओएसडी ने रामपथ पर बनाई गई रामायण के आगे शौचालय लगाने के बाद अधिकारियों को फटकार लगाई है। वहीं पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव और अखाड़े के कुंभ मेला अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि एसएमजेएन पीजी कॉलेज में बनाई जा रही।
अखाड़े की छावनी के सभी तंबू भगवा और पीले रंग में रंग के होंगे। इससे छावनी की भव्यता और निखर कर आएगी। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी और आनंद के संतों ने एसएमजेएन पीजी कॉलेज के मैदान में बनाई जा रही छावनी का निरीक्षण किया।
डाॅक्टरों की टीम अखाड़े में तैनात करने की मांग
इस दौरान पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव और कुंभ मेला अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि छावनी में बने सभी तंबू पीले और भगवा में नजर आएंगे। उन्होंने मेला प्रशासन से छावनी में ठहरने वाले सभी संतों के साथ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर कोरोना को ध्यान में रखते हुए चिकित्सकों की एक टीम यहां तैनात करने की मांग की।
मुख्य मेले में हर जगह से साधु संतों का आगमन होना है। उन्होंने बताया कि हमारे अखाड़े की प्राचीन से परंपरा चली आ रही है कि कुंभ मेले के दौरान श्रीमहंत और उप महंत छावनी में बने तंबू में ही रुकते हैं। श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने बताया कि एक अखाड़े की पहले 52 अणियां होती थीं, जो विलुप्त होते हुए अब केवल 18 ही बची हैं।
अखाड़े के लाखों नागा संन्यासी होते हैं, जिन्हें अणि नियंत्रित करती हैं। निरीक्षण के दौरान श्रीमहंत राम रतन गिरि, श्रीमहंत मनीष भारती, श्रीमहंत नरेश गिरि, श्री महंत राधे गिरि, कारोबारी बलबीर पुरीए गंगा गिरिए निलकंठ गिरि,राजगिरी,आनंद गिरि, राजेंद्र भारतीए राकेश गिरि, रतन गिरि, दिगंबर विनोद गिरि और आनंद अखाड़े के सचिव श्रीमहंत शंकरानंद सरस्वती आदि उपस्थित रहे।