हृदयविदारक: सुबह पिता तो शाम को बेटे की उठी अर्थी, टूट गया परिवार
एक ही दिन पिता-पुत्र की मौत से परिवार के लोगों को रो—रोकर बुरा हाल हो गया। परिवार में पिता-पुत्र की हुई मौत की घटना ने पूरे गांव को झकझोर के रख दिया। मृतक सरनाम सिंह और उनका दोस्त सचिन जोधपुर में टिक्की का ठेला लगाते थे।
मध्यप्रदेश। मध्य प्रदेश के भिंड में शनिवार को एक दर्दनाक मंजर गांव वालों को देखने को मिला। यहां एक सुबह पिता की अर्थी उठी तो शाम को बेटे का अंतिम संस्कार किया गया।
एक ही दिन पिता—पुत्र की अर्थी देख गांव वालों की आंखों से आंसू की धार नहीं रूक रही थी। पिता-पुत्र की मौत से घर में अब कमाने वाला कोई नहीं बचा। जानकारी के अनुसार गोहद थाना क्षेत्र के चितोरा-मुरार रोड पर शुक्रवार दोपहर में एक ट्रैक्टर चालक ने बाइक में सामने से टक्कर मार दी थी।
इस हादसे में बाइक सवार पिता की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं बाइक चालक बेटा और उसका साथी घायल हो गए थे। घायलों को इलाज के लिए ग्वालियर में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान शनिवार सुबह बेटे की भी मौत हो गई।
इधर घर पर लोग पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे, किसी तरह पिता का अंतिम संस्कार किया गया । इसके बाद आक्रोशित ग्रामीण बेटे का शव लेकर हाईवे पर पहुंचकर जाम लगा दिया।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार चितोरा-मुरारा रोड पर शुक्रवार की दोपहर तीन बजे ग्वालियर की ओर से बाइक क्रमांक एमपी 07 एनए 1466 से अपनी घर की ओर 65 वर्षीय पंचम सिंह पुत्र रामचरण जाटव निवासी केशवपुरा थाना मौ अपने 28 वर्षीय बेटे सरनाम पुत्र पंचम सिंह के साथ आ रहे थे।
साथ में सरनाम का दोस्त सचिन पुत्र भूप सिंह निवासी कृपालपुर ग्वालियर भी था। रास्ते में तेज रफ्तार आ रहे ट्रैक्टर ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। इस हादसे में पंचम सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं उनका बेटा सरनाम और उसका साथी घायल हो गए थे।
घायलों को उपचार के लिए गोहद अस्पताल लाया गया। डाक्टरों ने दोनों की गंभीर हालत को देखते हुए उनका प्राथमिक उपचार कर उन्हें ग्वालियर के लिए रेफर कर दिया। वहीं शनिवार की सुबह उपचार के दौरान उनके बेटे सरनाम की भी मौत हो गई।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
एक ही दिन पिता-पुत्र की मौत से परिवार के लोगों को रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिवार में पिता-पुत्र की हुई मौत की घटना ने पूरे गांव को झकझोर के रख दिया। मृतक सरनाम सिंह और उनका दोस्त सचिन जोधपुर में टिक्की का ठेला लगाते थे। 16 दिसंबर को ही दोनों अपने-अपने घर वापस लौटे थे।
18 दिसंबर को मृतक युवक अपने पिता और दोस्त के साथ ग्वालियर से घर की ओर लौट रहा था तभी यह हादसा हो गया। मृतक युवक के दो बेटे और एक बेटी है। सबसे बड़े बेटे की उम्र आठ वर्ष है। मृतक के ऊपर पूरे परिवार के भरण पोषण करने की जिम्मेदारी थी