यहां गोबर गंदगी नहीं बल्कि बना आय का साधन, होने लगा चोरी, जाने पूरा मामला

टीम भारत दीप |

अंबिकापुर नगर  में दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गोबर की खरीदी की जाती है।
अंबिकापुर नगर में दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गोबर की खरीदी की जाती है।

गोबर बिक्री होने के कारण कुछ लोग चोरी करने के काम में भी लग गए है। शुक्रवार अंबिकापुर जिले घुटरापारा कचरा प्रबंधन केंद्र सह शहरी गोठान में रखे गोबर की चोरी कर रहीं पांच महिलाओं को रंगे हाथों पकड़ा गया। उनसे लगभग 45 किलो गोबर बरामद हुआ।

अंबिकापुर- छत्तीसगढ़। अभी तक अधिकांश नगर निगम पशु पालकों द्वारा फेंके गए गोबर से परेशान है। क्योंकि बड़ी मात्रा में पशु पालक गोबर कचरा ठिहा पर फेंक देते है। इसके विपरित छत्तीसगढ़ सरकार ने गोबर खरीद के लिए गोधन न्याय योजना शुरू की है।

इस योजना के शुरू होने से पशु पालक अब गोबर का भी दाम वसूल रहे है। गोबर बिक्री होने के कारण  कुछ लोग चोरी करने के काम में भी लग गए है।

शुक्रवार अंबिकापुर जिले घुटरापारा कचरा प्रबंधन केंद्र सह शहरी गोठान में रखे गोबर की चोरी कर रहीं पांच महिलाओं को रंगे हाथों पकड़ा गया। उनसे लगभग 45 किलो गोबर बरामद हुआ। महिलाएं आस-पास मोहल्ले की हैं इसलिए उन्हें नगर निगम के कर्मचारियों ने कड़ी चेतावनी देकर छोड़ दिया।

पशु पालकों की आय में हुआ इजाफा 

अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र के 450 पशुपालक प्रतिदिन गोशाला से निकलने वाले गोबर की बिक्री कचरा प्रबंधन में लगीं स्व सहायता समूह की महिलाओं को करते हैं। दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गोबर की खरीदी की जाती है। अंबिकापुर के पशुपालकों ने अब तक 60 लाख की आय गोबर बेचकर अर्जित की है। ऐसे में अब कई लोगों की नजर गोबर पर रहती है।

पैसे के लालच में गोबर होने लगा चोरी

जिले में कई लोग ऐसे है जो सुबह उठकर सड़कों पर बिखरे गोबर को बटोर लेते हैं। हालांकि शहर में गोठान बनने के कारण मवेशी भी कम विचरण कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में कुछ लोग सीधे गोठान में प्रवेश कर गोबर चोरी करने लगे हैं। पिछले कुछ दिनों से गोठान से बिकने वाले गोबर में कमी आ रही थी। इस पर नगर निगम के कर्मचारियों को नजर रखने के लिए कहा गया। इस दौरान महिलाएं गोबर चोरी करते पकड़ी गई।

चेतावनी देकर  छोड़ा 

अंबिकापुर नगर निगम के आयुक्त हरेश मंडावी ने बताया कि गोबर की चोरी करते पकड़ी गई महिलाएं शहर की हैं। इसलिए थाने में एफआईआर कराना उचित नहीं समझा गया। महिलाओं ने अपनी गलती 

अंबिकापुर शहर में हर दिन करीब 300 क्विंटल गोबर की खरीदी गोधन न्याय योजना से हो रही है। अब गोबर गंदगी नहीं बल्कि आय अर्जित करने का माध्यम बन गया है।

पशुपालक अरविंद पांडेय का कहना है कि हर रोज करीब 100 किलो गोबर बिक्री करते हैं। इससे बड़ा फायदा यह है कि गोबर से मिली राशि से गायों के लिए चारे का इंतजाम हो जाता है


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