हाईटेक नकलची: कोई ताबीज तो स्मार्ट वॉच के सहारे कर रहा था नकल
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एमबीबीएस परीक्षा में विवि प्रशासन नकल विहिन परीक्षा के लिए पूरी मेहनत करता है। फिर भी छात्र नकल का एक से एक नायाब तरीका खोज लेते है।
आगरा। एमबीबीएस परीक्षा में विवि प्रशासन नकल विहिन परीक्षा के लिए पूरी मेहनत करता है। फिर भी छात्र नकल का एक से एक नायाब तरीका खोज लेते है। सोमवार से डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग में एमबीबीएस थर्ड प्रोफ़ेशनल की परीक्षा शुरू हुई।
इस परीक्षा में 11 छात्र नकल करते हुए पकड़े गए। नकल करने के लिए हाईटेक तरीका अपनाया गया था। यह छात्र ताबीज में सिम और डिवाइस लगाकर कर रहे थे नकल। सभी 11 छात्रों के कान में डिवाइस लगी थी। इनको बाहर से बोलकर कराई जा रही थी नकल।
मेरठ-सहारनपुर मंडल के 15 से अधिक केंद्रों पर जारी एमबीबीएस, बीएएमएस और बीयूएमएस की परीक्षाओं में विश्वविद्यालय ने मेडिकल के 20 छात्रों को स्मार्ट वॉच से नकल करते हुए दबोचा है।
इन स्टूडेंट ने महंगी स्मार्ट वॉच को सौ मीटर के दायरे में रखे अपने मोबाइल से कनेक्ट कर रखा था। पेपर में ये वॉच कंप्यूटर स्क्रीन की तरह प्रयुक्त हो रही थी। विवि ने पकड़े गए सभी मेडिकल छात्रों की स्मार्ट वॉच और मोबाइल फोन जब्त करते हुए सील कर दिए हैं।
कुलपति प्रो. एनके तनेजा के निर्देश पर विवि की टीम ने मेडिकल परीक्षाओं में छापेमारी की। केंद्रों पर टीम ने अपने मोबाइल के ब्लूटूथ को जैसे ही ऑन किया, कमरों में प्रयुक्त हो रही डिवाइस मिलती चली गईं। सोमवार को मेरठ के डीएन कॉलेज, एमएम मोदीनगर, हापुड़ और गाजियाबाद सहित सभी जिलों के केंद्रों पर 20 मेडिकल के छात्र दबोचे गए।