"चाहता था मेरी शादी एक लड़के से हो, लेकिन नहीं हुई", इसलिए जान दे रहा हूं
सोमवार को वह दिन भर गांव में ही अपने पिता की किराने की दुकान पर बैठकर दुकानदारी करता रहा और देर शाम को घर पहुंचकर खाना खाया। रात में करीब नौ बजे कमरे में सोने चला गया। मंगलवार सुबह जब वह काफी देर तक नहीं उठा, तो सुबह करीब सात बजे पिता ने उसे जगाने के लिए दरवाजा खटखटाया।
ललितपुर। चाहता था कि मेरी शादी एक लड़के से हो, लेकिन नहीं हुई। यह शब्द एक कागज पर लिखकर 17 एक वर्र्षीय नाबालिग ने फांसी लगाकर जान दे दी।
यह चैंकाने वाला मामला उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के बिरधा चौकी के अंतर्गत एक गांव का है। किशोर के परिजन उसकी शादी कराने की बात कर रहे थे, जबकि वह किसी लड़की से शादी नहीं करना चाहता था। उसके परिजन उसकी उलझन को समझ नहीं पाए और उस पर शादी का दबाव बना रहे थे। इसलिए उसने जान दे दी।
दिनभर की दुकानदारी, रात को लगाई फांसी
बिरधा चौकी क्षेत्र के एक ग्राम निवासी 17 वर्षीय नाबालिग के पिता की गांव में ही किराने की दुकान है। घरवाले उसकी शादी कराने की बात कर रहे थे, जबकि वह लगातार शादी नहीं करने की बात करता था।
सोमवार को वह दिन भर गांव में ही अपने पिता की किराने की दुकान पर बैठकर दुकानदारी करता रहा और देर शाम को घर पहुंचकर खाना खाया। रात में करीब नौ बजे कमरे में सोने चला गया।
मंगलवार सुबह जब वह काफी देर तक नहीं उठा, तो सुबह करीब सात बजे पिता ने उसे जगाने के लिए दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से काफी देर तक कोई आवाज नहीं आई। पिता व अन्य परिजनों ने दरवाजे तोड़ दिए और अंदर जाकर देखा तो उसका शव म्यारी पर साड़ी से फांसी के फंदे पर लटक रहा था।
पास में सिलिंडर गिरा पड़ा था। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि वह सिलिंडर पर खड़े होकर फंदे पर लटका होगा। सूचना पर बिरधा चौकी पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को फंदे से उतारकर तलाशी ली तो उसके पास एक सुसाइड नोट बरामद हुआ।