बैंक ने एक भी लोन पास नहीं किया तो कलेक्टर ने कराया ब्रांच सील, सारे पास करने के आश्वासन पर खुला
मालूम हो कि कोरोना काल में बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सड़क किनारे अथवा फुटपाथ पर बैठ फल-सब्जी का व्यवसाय करने वाले लोगों की आर्थिक सहायता के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना प्रारंभ की थी। योजना में अधिकतम 10 हजार रुपये का ऋण मुहैया कराने का प्रविधान किया था।
उज्जैन। एक्सिस बैंक द्वारा प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत ऋण नहीं देना महंगा पड़ा। कलेक्टर ने एक भी लोन पास नहीं करने बैंक की शाखा को शुक्रवार को सील करवा दिया था।
शनिवार सुबह ब्रांच मैनेजर गगन सेठी ने लीड बैंक मैनेजर को आश्वासन दिया कि सभी ऋण आवेदन स्वीकृत कर लिए जाएंगे। इसके बाद बैंक शाखा को खोला गया।
मालूम हो कि कोरोना काल में बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सड़क किनारे अथवा फुटपाथ पर बैठ फल-सब्जी का व्यवसाय करने वाले लोगों की आर्थिक सहायता के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना प्रारंभ की थी। योजना में अधिकतम 10 हजार रुपये का ऋण मुहैया कराने का प्रविधान किया था।
एक भी लोन नहीं किया मंजूर
18314 लोगों ने उज्जैन नगर निगम कार्यालय में आवेदन किया था, मगर ऋण सात महीनों में सिर्फ 4700 लोगों को ही लोन दिया गया। जबकि लक्ष्य 11500 लोगों को ऋण वितरण का था। हर बैंक को अलग-अलग लक्ष्य ऋण वितरण का मिला था।
निगम के सहायक आयुक्त सुबोध जैन और लीड बैंक मैनेजर संदीप अग्रवाल के अनुसार देवास रोड स्थित एक्सिस बैंक को 114 लोगों को लोन देने का टारगेट दिया गया था, लेकिन एक भी व्यक्ति को लोन नहीं दिया गया।
इसलिए कलेक्टर आशीष सिंह के आदेश पर बैंक शाखा को सील कर दिया गया। एलडीएम के अनुसार उज्जैन में यह पहला मामला है, जब शासन की योजना अनुसार लक्ष्य पूरा न करने पर बैंक को सील किया हो।
114 लोगों को देंगे लोन
ब्रांच मैनेजर गगन सेठी ने एलडीएम को आश्वासन दिया है कि उनकी शाखा सभी 114 आवेदनों के अनुसार हितग्राही को लोन देगी। इसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर शाखा को फिर से खोल दिया गया। एलडीएम अग्रवाल ने बताया कि कुछ और बैंक लक्ष्य को गंभीरता से नहीं ले रहीं। इस पर कार्रवाई की जाएगी।