आरबीआई की चेतावनी, मोबाइल एप से ना लें लोन नहीं तो जीवन भर पछताओगे

टीम भारत दीप |
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जालसाजों से उपभोक्तओं को बचाने के लिए आरबीआई ने सुझाव दिया है।
जालसाजों से उपभोक्तओं को बचाने के लिए आरबीआई ने सुझाव दिया है।

भारतीय रिजर्व बैंक ने लोगों को अनाधिकृत तरीके से डिजिटल प्लेटफॉर्म और मोबाइल एप के जरिए लोन देने वालों को लेकर सतर्क रहने को कहा है। आरबीआई ने एक विज्ञप्ति में लोगों को सलाह दी जाती है कि वे इस प्रकार की भ्रामक गतिविधियों को लेकर सतर्क रहें और मोबाइल एप के जरिए कर्ज देने वाली कंपनियों की अच्छी तरह से जांच करें।

लखनऊ। इस समय अधिकांश उपभोक्ताओं के मोबाइल पर मैसेज आ रहे है कि आपका पांच लाख का लोन मंजूर हो गया है, ज​बकि उपभोक्ता ने किसी प्रकार के लोन के लिए आवेदन दिया ही नहीं है।

यह एक तरह से यह धोखाधड़ी की शुरूआत होती है। जैसे ही उपभोक्ता उस मैसेज को पढने के लिए खोलता है एक विस्तृत पेज खुलकर सामने आ जाती है। इस लिंक के माध्यम से जालसाज आपकी वह सारी जानकारी ले लेता है जो किसी भी हाल में किसी को नहीं देनी चाहिए।

इसे लेकर भारतीय रिजर्व बैंक ने लोगों को अनाधिकृत तरीके से डिजिटल प्लेटफॉर्म और मोबाइल एप के जरिए लोन देने वालों को लेकर सतर्क रहने को कहा है। आरबीआई ने एक विज्ञप्ति में लोगों को सलाह दी जाती है कि वे इस प्रकार की भ्रामक गतिविधियों को लेकर सतर्क रहें और मोबाइल एप के जरिए कर्ज देने वाली कंपनियों की अच्छी तरह से जांच करें।

बैंक ने दिए ये सुझाव

जालसाजों से उपभोक्तओं को बचाने के लिए आरबीआई ने सुझाव दिया है। कि किसी भी हाल में अपने एकाउंट से संबंधित कोई भी जानकारी भ्रामक लोन देने वालों से साझा नहीं करें अन्यथा धोखाधड़ी हो सकती है।

 मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों को बिना विशेष दस्तावेज के लोन दिया जाता है। बदले में उनसे भारी-भरकम ब्याज और अन्य शुल्क वसूले जाते हैं। साथ ही ग्राहकों के डाटा और मोबाइल फोन की जानकारियों का भी दुरुपयोग किया जाता है।

आरबीआई ने ग्राहकों से केवाईसी की प्रति भी अज्ञात लोगों या अनाधिकृत एप पर साझा नहीं करने को कहा है। आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने भी कहा कि कर्ज देने वाले कुछ एप वसूली को लेकर गलत तौर-तरीके अपना रहे हैं। 

सिर्फ आधार कार्ड पर दे रहे लोन

बता दें कि हाल ही में लोन देने वाले कई चाइनीज एप्स के नाम सामने आए हैं। ये चाइनीज एप सिर्फ आधार कार्ड के आधार पर तुरंत लोन दे दे रहे हैं, लेकिन पैसे वापस करने में देरी होने पर ये एप आपके फोन में मौजूद फोटो, मैसेज आदि को वायरल करने की धमकी दे रहे हैं। 

अभी हाल ही में केरल के अजित नाम के एक शख्स ने SnapIt नाम के एप से 35,000 रुपये का लोन महज छह दिनों के लिए लिया था। उन्होंने ब्याज के साथ 47,000 रुपये का भुगतान भी कर दिया है ।

जब पैसे देने में सिर्फ एक दिन की देरी हुई थी तब SnapIt के एप प्रतिनिधि ने अजित के फोन की फोटो और मैसेज को उनके सभी दोस्तों को भेज दिया था। इसके अलावा एप के प्रतिनिधि ने अजित को फोन करके धमकियां भी दी है। इससे लोन लेने वाला युवक परेशान हो गया। 


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