मथुरा में फूड्स फैक्ट्री की आड़ में बन रही थी अवैध और नकली दवाएं
एसीडी अलीगढ़ पूरनचंद ने जानकारी देते हुए बताया कि फूड्स फैक्ट्री की आड़ में अवैध दवाओं का गोरखधंधा यहां चल रहा था। फ़ूड फैक्ट्री के नाम पर लाइसेंस जारी कराकर अवैध रूप से दवाएं बनाने का काम चला रहा था। गोपनीय सूचना के आधार पर आगरा में तीन स्थानों पर छापा मारा गया था, जिसमें कि मुंबई की किसी कम्पनी का रैपर मिला था।
मथुरा।उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में फुड फैक्ट्री के नाम पर दवा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड हुआ है। गुप्त सूचना मिलने के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की।
जानकारी के अनुसार के मथुरा के वृंदावन कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित निजी विश्विद्यालय के पास ड्रग्स विभाग ने अवैध दवाओं की फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की हैण्। इस कार्रवाई में ड्रग्स विभाग को भारी मात्रा में अवैध दवाएं मिली हैं।
इसके साथ फैक्ट्री में तीन दवा बनाने वाली मशीन भी लगी मिली हैं। फैक्ट्री से काफी संख्या में बनीं हुई दवाएं बरामद हुई है। एसीडी अलीगढ़ पूरनचंद ने जानकारी देते हुए बताया कि फूड्स फैक्ट्री की आड़ में अवैध दवाओं का गोरखधंधा यहां चल रहा था।
फ़ूड फैक्ट्री के नाम पर लाइसेंस जारी कराकर अवैध रूप से दवाएं बनाने का काम चला रहा था। गोपनीय सूचना के आधार पर आगरा में तीन स्थानों पर छापा मारा गया था, जिसमें कि मुंबई की किसी कम्पनी का रैपर मिला था, इसी क्रम में सूचना के आधार पर मथुरा में कार्रवाई की गई है। फैक्ट्री से काफी दवाएं नकली भी हैं और अवैध भी हैं।
6 कर्मचारियों को पकड़ा
ड्रग्स विभाग के 40 दिन के सफल ऑपेरशन के बाद अवैध कम्पनी पर छापामार कार्रवाई की गई है। कार्रवाई के दौरान मौके से 5 कर्मचारियों को पकड़ा गया है। इस फैक्ट्री का लाईसेंस मीनू शर्मा के नाम पर जारी किया गया है। वहीं फैक्ट्री का संचालन भतीजे सौरभ शर्मा द्वारा किया जा रहा था।
4 मंडल की टीम ने की कार्रवाई
कार्रवाई के दौरान आगरा,अलीगढ़, मेरठ व मुरादाबाद मंडल की टीम ने संयुक्त रूप पहुंची थी। मौके से ढेर सारी दवाएं व उनके रैपर मिले हैं। एसीडी पूरन चंद, एसीडी अखिलेश जैन के नेतृत्व में ड्रग इंस्पेक्टर अलीगढ़ हेमेंद्र चौधरी, ड्रग इंस्पेक्टर मथुरा अनिल आंनद, ड्रग इंस्पेक्टर नोयडा वैभव बब्बर, ड्रग इंस्पेक्टर विजनौर आशुतोष मिश्रा ने कार्रवाई की है।
कार्रवाई से अवैध फैक्ट्री चलाने वालों में भय का माहौल है। वहीं ड्रग्स विभाग का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।