गोरखपुर: स्पोर्ट्स की दुकान से अवैध पटाखा का जखीरा बरामद, लाखों का माल जब्त
उत्तर प्रदेश के कुशीरनगर में रिहायशी इलाके में अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में बुधवार को चार लोगों की मौत के बाद से अन्य जिलों में भी प्रशासन ने तत्परता दिखाई है। गोरखपुर में शहर के बीचो-बीच रिहायशी इलाके में अवैध रूप से स्पोर्ट्स की दुकान में पुलिस ने भारी मात्रा में पटाखा बरामद किया है।
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के कुशीरनगर में रिहायशी इलाके में अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में बुधवार को चार लोगों की मौत के बाद से अन्य जिलों में भी प्रशासन ने तत्परता दिखाई है। गोरखपुर में शहर के बीचो-बीच रिहायशी इलाके में अवैध रूप से स्पोर्ट्स की दुकान में पुलिस ने भारी मात्रा में पटाखा बरामद किया गया है।
पटाखा की कीमत 10 से 15 लाख रुपए बताई जा रही है। अवैध रूप से स्पोर्ट्स की दुकान में नीचे, ऊपर और पीछे गोदाम बनाकर भारी मात्रा में अवैध पटाखा रखा गया था। गोदाम में कुछ प्रतिबंधित पटाखे भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने बरामद पटाखों को जब्त कर लिया है और पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया है।
गोरखपुर के कोतवाली इलाके के नखास चौक पर ओसामा एण्ड कंपनी के नाम से सद्दाम उर्फ रियाज पुत्र बुदन की स्पोर्ट्स की दुकान है। सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव के नेतृत्व में देर शाम दुकान पर छापेमारी की गयी। बताया जाता है कि सद्दाम के पास पहले पटाखा का लाइसेंस रहा है लेकिन, वो लाइसेंस अब रद्द हो चुका है।
सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि पुलिस और अन्य लोगों की शिकायत के बाद यहां पर छापेमारी की कार्रवाई की गयी है। बता दें कि चार दिन पहले पटाखा लदी मैजिक गाड़ी पुलिस ने पकड़ी थी,जो कथित रूप से यहीं पर लायी जा रही थी। सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि स्पोर्ट्स की दुकान की आड़ में दुकान के ऊपर, नीचे और पीछे अवैध रूप से पटाखा का भंडारण किया गया है और दुकान के पीछे गोदाम जैसा भी बनाया गया है।
सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि पटाखों की कीमत 10 से 15 लाख रुपए अनुमानित है। उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित पटाखे और चाइनीज पटाखे भी यहां पर लाये गये थे और सभी पटाखों को अवैध होने के कारण जप्त कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अनुमान लगाया जा रहा है कि कौन-कौन से पटाखे कितनी मात्रा में हैं।
मजिस्ट्रेट ने बताया कि रिहायशी इलाकों में इस तरह से पटाखे का भण्डारण करना गलत है और आज से दो-तीन साल पहले भी इनके यहां छापेमारी की कार्रवाई की गयी थी। सिटी मजिस्ट्रेट का कहना है कि तीन साल पहले की गयी छापेमारी की कार्यवाही के दौरान सद्दाम का लाइसेंस निलंबित हो गया था। उन्होंने बताया कि इसके बावजूद इनके द्वारा व्यापार किया जा रहा था, जो पूरी तरह से गलत है।
सिटी मजिस्ट्रेट का कहना है कि इनके खिलाफ स्थानीय पुलिस को तहरीर देकर इनके खिलाफ गंभीर धाराओं में कार्रवाई की जा रही है।