सड़क के किनारे अवैध रूप से बने धार्मिक स्थलों को हटाया जाएगा, कलेक्टरों से मांगी रिपोर्ट

टीम भारत दीप |
अपडेट हुआ है:

रोड के किनारे  पर धार्मिक स्थल होने से जाम की स्थिति बन जात है।
रोड के किनारे पर धार्मिक स्थल होने से जाम की स्थिति बन जात है।

अवनीश अवस्थी ने इस विषय में सभी मंडलों के अध्यक्षों और कलेक्टरों को से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सभी जिम्मेदारों से कहा है कि 14 मार्च तक विस्तृत रूप से रिपोर्ट तैयार करके भेजे । इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई जाएगी।

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने शुक्रवार को एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के तहत सड़क किनारे अवैध रूप से कब्जा करने के नीयत से बने धार्मिक स्थलों को तोड़ा जाएगा।

एसीएस गृह अवनीश अवस्थी ने यह आदेश जारी किया है। अवनीश अवस्थी ने इस विषय में सभी मंडलों के अध्यक्षों और कलेक्टरों को   से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सभी जिम्मेदारों से कहा है कि 14 मार्च तक विस्तृत रूप से रिपोर्ट तैयार करके भेजे । इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई जाएगी।

हाईकोर्ट ने भी दिया था आदेश

हाईकोर्ट ने सड़कों के किनारे अतिक्रमण कर बनाए गए धार्मिक स्थलों को हटवाए जाने का आदेश दिया था, जिसके बाद शासन स्तर से पूर्व में भी ऐसे धार्मिक स्थलों को हटवाने का निर्देश दिया गया था।

सभी मंडलायुक्तों, डीएम, पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर व लखनऊ, आइजी व डीआइजी रेंज, एसएसपी व एसपी को कड़े निर्देश दिए गए हैं। कहा गया है कि एक जनवरी 2011 से पूर्व कराए गए।

ऐसे निर्माणों को योजना बनाकर संबंधित धार्मिक संरचना के अनुयायियों अथवा उसका प्रबंधन कर रहे लोगों की ओर से प्रस्तावित निजी भूमि पर छह माह के भीतर स्थानान्तरित कराया जाए।

जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि जिस निजी भूमि पर धार्मिक संरचना को स्थानान्तरित किया जाएगा, वह जमीन संबंधित समुदाय की ही होगी। अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि कहीं सार्वजनिक मार्ग पर किसी भी धार्मिक स्थल का निर्माण कर अतिक्रमण न हो।

यह भी सुनिश्चत करने को कहा गया है कि राजमार्ग, सड़क, गली अथवा फुटपाथ पर धार्मिक गतिविधियों के कारण यातायात अथवा लोगों का आवागमन प्रभावित न हो। ऐसी गतिविधियां अनिवार्य रूप से संबंधित धार्मिक वर्ग के लिए चिन्हित स्थानों अथवा निजी स्थानों पर ही हों।

सरकार की मंशा साफ

इस विषय में सरकार की मंशा साफ है। सरकार चाहती है जहां भी धार्मिक स्थलों की वजह से रोड निर्माण में समस्या आ रहीं है ऐसे स्थलों को तत्काल वहां से हटाकर कही और शिफ्ट किया जाए ताकि गतिरोध दूर हो सकें।  

मालूम हो कि कई जगह रोड के किनारे कब्जा करने के लिए अवैध रूप से मंदिर या मस्जिद या मज्जार का निर्माण कर दिया जाता है। इससे आवागमन प्रभावित होता है। रोड पर धार्मिक स्थल होने से जाम की स्थिति बन जात है। 

गोरखपुर में हटाए गए थे कई अतिक्रमण

 मालूम हो कि सड़क निर्माण के लिए मुख्यमंत्री  के गृह जनपद गोरखपुर में कई धार्मिक स्थलों को सड़क से दूर किया गया था। इस क्रम में मुख्यमंत्री के पूजा स्थल गोरखनाथ मंदिर की भी चार दीवारी तोड़कर सड़क निर्माण का रास्ता साफ किया गया था। सरकार चाहती है कि विकास की राह में धार्मिक स्थल नहीं आए। 


संबंधित खबरें