आगरा में कल IMA की आपात बैठक, डाक्टर को पीटने के आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से रोष
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उपाध्याय हाॅस्पिटल में भर्ती बच्ची की मौत के बाद उसके परिवारवालों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसी दौरान वहां आए डाॅक्टर रजनीश मिश्रा को इन लोगों ने बुरी तरह पीटा, जबकि डाक्टर मिश्रा बच्ची के इलाज में भी शामिल नहीं थे।
आगरा। आगरा के शहीद नगर स्थित उपाध्याय हाॅस्पिटल में एक चिकित्सक को बुरी तरह पीटने और तोड़फोड़ के आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन में रोष है।
मामले में 24 घंटे बाद भी पुलिस की निष्क्रियता से निराश डाॅक्टरों ने कड़े फैसले की चेतावनी दी है। माना जा रहा है कि कल से मेडिकल सेवाएं ठप की जा सकती हैं।
बता दें कि सोमवार को सदर थाना क्षेत्र के शहीद नगर क्रासिंग स्थित उपाध्याय हाॅस्पिटल में भर्ती बच्ची की मौत के बाद उसके परिवारवालों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसी दौरान वहां आए डाॅक्टर रजनीश मिश्रा को इन लोगों ने बुरी तरह पीटा, जबकि डाक्टर मिश्रा बच्ची के इलाज में भी शामिल नहीं थे।
अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज में आरोपी डाक्टर मिश्रा को लात-घूसों से पीटते हुए साफ देखे जा रहे हैं। उधर अस्पताल प्रशासन ने भी कहा कि बच्ची को बचाने का पूरा प्रयास किया गया लेकिन दुर्भाग्य से उसकी मौत हो गई। मामले में डाक्टर रजनीश मिश्रा के पिता एसएन मिश्रा ने रमाकांत निवासी गांव नौवरी शमशाबाद आगरा सहित 4-5 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
इधर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने घटना की निंदा करते हुए इसे डाक्टरों की सुरक्षा पर सबसे बड़ा सवाल बताया और 26 जनवरी को तोता का ताल स्थित आईएमए भवन पर ध्वजारोहण के बाद घटना को लेकर बैठक की। इसमें पुलिस-प्रशासन को सख्त चेतावनी दी गई कि यदि 24 घंटे में घटना के आरोपी नहीं पकड़े गए तो डाक्टर सभी मेडिकल सेवाएं ठप कर देंगे।
बुधवार को आईएमए अध्यक्ष डाॅ. रवि पचैरी ने बताया कि उपाध्याय हास्पिटल की गंभीर घटना पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होने से चिकिस्तकों में रोष है। गुरूवार को सुबह 09ः30 बजे आईएमए भवन पर डाक्टरों की आपात बैठक बुलाई गई है। ऐसे में संभावना है कि कल से डाक्टर हड़ताल की घोषणा कर सकते हैं।
इधर घटना में घायल डाक्टर रजनीश मिश्रा ने वीडियो संदेश जारी कर पुलिस की कार्यप्रणाली पर दुःख जताया है। उन्होंने कहा कि मुझे ज्ञात हुआ है कि घटना के आरोपियों को बिना गिरफ्तारी बेल मिल गई है। इससे मैं बहुत दुःखी हूं। सोमवार की घटना में यदि मेरे साथ अनहोनी हो जाती तो मेरे परिवार का क्या होता।