डाॅ. दीप्ति अग्रवाल की मौत के मामले में आईएमए ने आगरा के एसएसपी को लिखा पत्र, निष्पक्ष जांच की मांग
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पुलिस ने डाॅ. दीप्ति के पति डाॅ. सुमित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामले की जांच सीओ स्तर के अधिकारी द्वारा की जा रही है।
आगरा। आगरा के हाईप्रोफाइल डाॅक्टर दीप्ति सुइसाइड केस में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आगरा ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आगरा को पत्र लिख मामले में गहनता से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
बता दें कि आगरा के थाना ताजगंज क्षेत्र में विभव नगर स्थित वैली व्यू अपार्टमेंट में डाॅ. दीप्ति अग्रवाल को उनके पति डाॅ. सुमित अग्रवाल ने कमरे में झूलता पाया था। डाॅ. सुमित का कहना है कि उन्होंने कमरे का गेट तोड़कर डाॅ. दीप्ति को नीचे उतारा। उनकी सांस चल रही थी।
इसके बाद दीप्ति को उनके परिवार के ही सफायर हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया। दीप्ति के मायके वालों के आने पर परिवार उन्हें फरीदाबाद के सर्वाेदय हास्पिटल ले गया। यहां तीन दिन तक उपचार के दौरान डाॅ. दीप्ति की मौत हो गई।
मौत के बाद डाॅ. दीप्ति के कोसी निवासी पिता डाॅ. नरेश मंगला ने दीप्ति के ससुरालीजनों पर दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाते हुए दीप्ति के ससुर डाॅ. एससी अग्रवाल, पति डाॅ. सुमित अग्रवाल, उनके जेठ डाॅ. अमित अग्रवाल और जेठानी डाॅ. तूलिका अग्रवाल के खिलाफ केस दर्ज कराया।
मामले में पुलिस ने डाॅ. दीप्ति के पति डाॅ. सुमित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामले की जांच सीओ स्तर के अधिकारी द्वारा की जा रही है। आईएमए का कहना है कि डाॅ. दीप्ति आईएमए की सदस्य थीं। डाॅ. एससी अग्रवाल, डाॅ. सुमित, डाॅ. अमित और डाॅ. तूलिका भी आईएमए की सदस्य हैं।
डाॅ. दीप्ति ने अपने सुइसाइड नोट में किसी को भी आरोपित नहीं ठहराया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मौत का कारण हैंगिंग आया है। इसके अलावा दीप्ति को उनके पति ने तुरंत अपने अस्पताल में भर्ती कराया जोकि ऐसे केस के लिए विशेषज्ञ अस्पताल है। मामले की जानकारी भी पुलिस को परिवार की तरफ से ही दी गई।
ऐसे में उनके परिवार पर लगाए आरोप गलत और गुस्से के कारण मालूम होते हैं। आईएमए ने मामले की सघनता से निष्पक्ष जांच की मांग की है, जिससे कि डाॅ. दीप्ति की मौत के सही कारण का पता लग सके और किसी के साथ अन्याय न हो।