अलीगढ़ में बिना धर्म बदले युवक ने युवती ने लिया जीवन भर साथ निभाने का वादा
प्रदेश के अलीगढ़ जिले से एक प्रेरणादायक कहानी सामने आई है। यहां एक युवक—युवती ने बिना धर्म बदले एक दूसरे को जीवनसाथी बनाया। इस समय जहां एक तरह लव जिहाद का मामला गर्माया है तो दूसरी तरह इस जोड़े ने ऐसी मिसाल पेश की जो लोगों को प्रेणादायक है।
अलीगढ़। प्रदेश के अलीगढ़ जिले से एक प्रेरणादायक कहानी सामने आई है। यहां एक युवक-युवती ने बिना धर्म बदले एक दूसरे को जीवनसाथी बनाया।
इस समय जहां एक तरह लव जिहाद का मामला गर्माया है तो दूसरी तरह इस जोड़े ने ऐसी मिसाल पेश की जो लोगों को प्रेणादायक है। अलीगढ के बन्नादेवी थाना क्षेत्र के एक युवक और नोएडा की एक युवती का दूसरे धर्म के युवक से आंखे दो चार हुई तो दोनों के परिजन रिश्ते को राजी नहीं हो रहे थे।
इसके बाद दोनों ने धर्म की दीवार को गिराते हुए परिजनों के खिलाफ जाकर एक-दूसरे का साथ निभाने की कसमें खाई।दोनों ने एक दूसरे से वादा किया कि वह एक दूसरे के धर्म का सम्मान करेंगे।
नोएडा की एक युवती तीन साल पहले अलीगढ़ के एक कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई करने आई थी। यहां उसकी मुलाकात सराय रहमान के रहने वाले समुदाय विशेष के युवक से हो गई।
दोनों की मुलाकात दोस्ती और बाद में दोस्ती प्यार में बदल गई। लॉकडाउन के दौरान दोनों ने शादी कर ली। शादी की बात युवक के पिता को पता लगी तो उन्होंने दोनों को अलग कर दिया। इसकी शिकायत लड़की ने वूमन प्रोटेक्शन सेल में की।
वूमन प्रोटेक्शन सेल की ओर से दोनों की काउंसलिंग की गई। यहां दोनों ने एक साथ जीने मरने की कसम खाते हुए साफ किया वह परिवार वालों के दबाव में आकर अपना धर्म किसी के लिए बदलेंगे।
दोनों एक दूसरे के धर्म का सम्मान करेंगे। सेल की इंचार्ज स्मृति गौतम ने बताया कि लड़का और लड़की पक्ष में समझौता हो गया है। दोनों एक साथ रहने के लिए तैयार हैं।