बांदा में जमीन के विवाद में चचेरे भाई ने साथियों के साथ मिलकर पीटा, पुलिस की लापरवाही से मौत

टीम भारत दीप |

रामनरेश को बांधकर पीटने की शिकायत को थाना पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया।
रामनरेश को बांधकर पीटने की शिकायत को थाना पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया।

बांदा के बिसंडा थाना क्षेत्र के इटवां गांव की है। यहां रामनरेश (55) शनिवार को दोपहर खेत से घर लौट रहा था। रास्ते में सुनसान स्थान पर चचेरे भाई समेत चार लोगों ने उसे रोक लिया। उसके हाथ पीछे बांध दिया और पेड़ में बांधकर लाठी और कुल्हाड़ी से हमला करके घायल कर दिया। प वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पीटने के बाद आरोपियों ने रामनरेश के हाथ खोलकर वहां से भाग गए।

बांदा। यूपी के बांदा जिले से एक बार फिर पुलिस की लापरवाही सामने आई। यहां एक जमीन के विवाद को लेकर एक युवक को उसके चचेरे भाई समेत चार लोगों लाठी और कुल्हाड़ी से मारकर घायल कर दिया।

युवक किसी तरह गिरते-परते थाने पहुंचा तो पुलिस ने एनसीआर दर्ज करके युवक का इलाज कराने की जगह घर भेज दिया। रात में युवक की मौत हो गई। इसके बाद घर वाालों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया।

युवक की मौत की सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह लोगों को शांत कराकर शव को पीएम के लिए भिजवाया। पुलिस ने चचेरे भाई समेत चार लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की है।यह मामला बांदा के बिसंडा थाना क्षेत्र के इटवां गांव की है। यहां रामनरेश (55) शनिवार को दोपहर खेत से घर लौट रहा था।

चचेरे भाई ने बांधकर पीटा

रास्ते में सुनसान स्थान पर चचेरे भाई समेत चार लोगों ने उसे रोक लिया। उसके हाथ पीछे बांध दिया और पेड़ में बांधकर लाठी और कुल्हाड़ी से हमला करके घायल कर दिया। प वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पीटने के बाद आरोपियों ने रामनरेश के हाथ खोलकर वहां से भाग गए।

घायल रामनरेश बिसंडा थाना पहुंच गया। यहां पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर उसे समझा-बुझाकर घर भेज दिया,ज​बकि पुलिस को उसका इलाज कराना चाहिए था।घर लौटने के बाद देर रात करीब एक बजे उसकी मौत हो गई।

युवक की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस की लापरवाही के प्रति रोष जताया और हंगामा किया। आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है। मृतक की पत्नी व दो बेटे दिल्ली में रहते हैं।

सीओ सत्यप्रकाश ने बताया कि पिटाई के बाद रामनरेश द्वारा दी गई तहरीर पर बिसंडा थाने में एनसीआर दर्ज की गई थी। अब हत्या की धाराएं बढ़ा दी गई हैं। चोट आदि की स्थिति स्पष्ट होने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। उन्होंने बताया कि आरोपियों की तलाश की जा रही है। 

दो साल से चल रहा था विवाद

ग्रामीणों ने बताया कि चचेरे भाई और उसके साथियों के हमले से मरने वाले रामनरेश का करीब दो साल से जमीन को लेकर चचेरे भाई से विवाद चल रहा है। रामनरेश की करीब छह बीघा जमीन चचेरा भाई कब्जा किए है।

मृतक भी चचेरे भाई की तीन बीघा जमीन कब्जा कर जोत रहा था। इन्हीं जमीन के बंटवारे को लेकर दोनों के बीच तनातनी चल रही थी। कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। अंतत: जमीन का विवाद जानलेवा साबित हुआ।

अस्पताल की जगह पुलिस ने घर भेज दिया

रामनरेश को बांधकर पीटने की शिकायत को थाना पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। आश्वचर्य की बात है कि पुलिस ने बुरी तरह घायल रामनरेश का डॉक्टरी परीक्षण कराने के बजाए उसे घर भेज दिया।

यह आरोप मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने लगाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने रामनरेश से तहरीर लेकर उसे घर भेज दिया, जबकि इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजना चाहिए था। इसी लापरवाही के चलते उसकी मौत हो गई।

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