बरेली में कलयुगी बेटे ने रास्ते के विवाद में मां— बाप को गोलियों से भूना
अपडेट हुआ है:
दुर्गेश बंदूक लेकर पिता लालता प्रसाद के घर पहुंचा। उस समय वह कमरे से बाहर बरामदे में खड़े थे। मां 70 वर्षीय मोहन देई टॉयलेट में थी।
बरेली। बरेली के मीरगंज में रास्ते के विवाद में कलयुगी बेटे ने मां—बाप को गोलियों से छलनी करके मौत के घाट उतार दिया। पहले पिता को घर के बाहर गोलिया से भूना इसके बाद घर के अंंदर टॉयलेट में छिपी मां को गोलियों से भुन डाला। दोनों को मौत की नींद सुलाकर आरोपित बेटा मौके से फरार हो गया। पुलिस आरोपित बेटे को तलाश रही है।
जानकारी के अनुसार मीरगंज के बहरौली के रहने वाले 72 वर्षीय लालता प्रसाद के दो बेटे और चार बेटियां हैं। एक बेटी की शादी कर चुके हैं। दोनों बेटे दुर्गेश और उमेश एडवोकेट हैं। लालता प्रसाद ने गांव में दो मकान अपने बेटों को दे दिए। एक मकान में खुद रहने लगे। दुर्गेश जिस मकान में रहते हैं। उसके निकास का रास्ता लालता प्रसाद के मकान से होकर जाता है। लालता प्रसाद निकास के लिए दुर्गेश को चौड़ा रास्ता दे रहे थे। इसी मामले को लेकर पिता —पुत्र में विवाद चल रहा था। पहले भी कई बार मामला गरमाया था, लेकिन लोगोंं ने सुलझा दिया था। इसी मामले में सोमवार सुबह फिर विवाद शुरू हुआ तो बेटे ने मां—बाप को मौत के नींद सुला दिया।
सोमवार सुबह दुर्गेश बंदूक लेकर पिता लालता प्रसाद के घर पहुंचा। उस समय वह कमरे से बाहर बरामदे में खड़े थे। दुर्गेश ने ताबड़तोड़ गोलियों से उन्हें भून दिया। दुर्गेश की मां 70 वर्षीय मोहन देई टॉयलेट में थी। उन्होंने गोलियों की आवाज सुनी बाहर निकलने को थी। इसी दौरान दुर्गेश ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। दोनों की मौके पर मौत हो गई। दुर्गेश मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। हत्यारोपी की तलाश में पुलिस टीमें लगा दी गई है।