फिरोजाबाद में भाजपा Vs भाजपा, सांसद के खिलाफ भाजयुमो उपाध्यक्ष का हल्ला बोल

टीम भारत दीप |
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सांसद चंद्रसेन जादौन
सांसद चंद्रसेन जादौन

यहां के सांसद चंद्रसेन जादौन के खिलाफ भारतीय जनता युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष ने हल्ला बोल दिया है। उपाध्यक्ष का आरोप है कि सांसद ने उनके बड़े भाई के खिलाफ जानलेवा हमला करने का झूठा मुकदमा दर्ज कराया है।

फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी अब अपने ही घर में घिरती जा रही है। पार्टी में गुटबाजी के कारण अब कार्यकर्ता और पदाधिकारी सीधे सांसद और विधायकों के खिलाफ ही बिगुल फूंक दे रहे हैं। सांसद और विधायक भी सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने से नहीं चूक रहे है। 

इससे साफ है कि पार्टी और पदाधिकारियों के बीच तालमेल का अभाव है। प्रदेश संगठन भी इस बारे में आंख मूंद कर बैठा है। असंतोष का यही आलम रहा तो पार्टी को 2022 के चुनाव में इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। 

हालिया मामला फिरोजाबाद जनपद का है। यहां के सांसद चंद्रसेन जादौन के खिलाफ भारतीय जनता युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष ने हल्ला बोल दिया है। उपाध्यक्ष का आरोप है कि सांसद ने उनके बड़े भाई के खिलाफ जानलेवा हमला करने का झूठा मुकदमा दर्ज कराया है। 

बता दें कि सांसद चन्द्रसेन जादौन का आवास फिरोजाबाद के सिरसागंज कस्बे में है। बीते दिनों सिरसागंज के अध्यापक नगर निवासी दीपक सिंह पुत्र चेत सिंह ने सांसद के पुत्र और नगर का खिलाफ मारपीट और गाली गलौच करने की तहरीर एसएसपी को दी थी। तहरीर में कहा कि वे सिलिंडर लेकर जा रहे थे और सांसद के चालक से गाड़ी हटाने को कहा तो उसने गनर के साथ मिलकर मारपीट और अभद्रता की। सांसद पुत्र ने भी अभद्रता की। 

दीपक सिंह के भाई अमीष कुमार सिंह उर्फ भोले भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष हैं। अमीष ने सोमवार को अपने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से सांसद चंद्रसेन जादौन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने सांसद पर उनके भाई दीपक सिंह के खिलाफ जानलेवा हमले का फर्जी मुकदमा दर्ज कराने का आरोप लगाया। 

उन्होंने लिखा कि सांसद के साथ भाजपा के जिलाध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष और जिला मंत्री भी साथ रिपोर्ट लिखाने थाने गए। हालांकि बाद में अमीष कुमार द्वारा पूछे जाने पर भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि उन्हें कुछ मालूम नहीं था, उनकी मजबूरी थी। 

 

ऐसे में इस प्रकरण के बाद फिरोजाबाद में पूरी पार्टी ही कटघरे में खड़ी हो गई है। सोशल मीडिया पर इस प्रकरण के बाद पार्टी की जमकर थू-थू हो रही है। 

गुटबाजी को रोकने में विफल संगठन
फिरोजाबाद में भाजपा संगठन पार्टी के भीतर गुटबाजी को रोकने में विफल है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि मामले में एक पक्ष सिरसागंज के रहने वाले पूर्व मंत्री का समर्थक है। दूसरा सांसद का गुट है। दोनों गुटों में पार्टी के भीतर अस्तित्व की लड़ाई चल रही है। पूर्व मंत्री लोकसभा चुनाव में फिरोजाबाद से टिकट के दावेदार थे लेकिन पार्टी ने अपने पुराने कार्यकर्ता को टिकट दे दिया। तभी से भीतर ही भीतर चली आ रहा असंतोष इस प्रकार सामने आया है। 


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