पुलिस चौकी के सामने मुख्तार अंसारी के करीबी पूर्व ब्लाक प्रमुख को गोलियों से भूना

टीम भारत दीप |

वह मूलरूप से मऊ के भदीड़ गांव का रहने वाला था।
वह मूलरूप से मऊ के भदीड़ गांव का रहने वाला था।

जीत सिंह का गैंग मऊ जिले में विख्यात है इस गैंग का मुख्य शूटर मोहर सिंह है। मुख्तार अंसारी गैंग के सहयोगी गैंग के रूप में गैंग जानी जाती है। पुलिस के अनुसार, अजीत को आठ से दस गोलियां लगी हैं। पुलिस मामले में मोहर सिंह को भी संदेह के घेरे में रखे है।

लखनऊ। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में माफिया ने प्रशासन को चुनौती देते हुए माफिया मुख्यतार अंसारी के करीबी और पूर्व ब्लाक प्रमुख की गोली मारकर हत्या कर दी गई।  

यह गैंगवार राजधानी के विभूतिखंड स्थित भीड़ भरे कठौता पुलिस चौकी के सामने बुधवार रात को हुई। गैंगवार में मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोली बारी के दौरान उनके परिचित मोहर सिंह के पैर में भी तीन गोलियां लगीं।

गोलीबारी में वहां से गुजर रहा फूड डिलीवरी बॉय भी घायल हो गया है। मालूम हो कि  अजीत बाहुबली मुख्तार अंसारी का करीबी व जीयनपुर के विधायक सर्वेश सिंह उर्फ सीपू सिंह हत्याकांड का गवाह था। 

अजीत सिंह का गैंग मऊ जिले में विख्यात है इस गैंग का मुख्य शूटर मोहर सिंह है। मुख्तार अंसारी गैंग के सहयोगी गैंग के रूप में गैंग जानी जाती है। पुलिस के अनुसार, अजीत को आठ से दस गोलियां लगी हैं। पुलिस मामले में मोहर सिंह को भी संदेह के घेरे में रखे है।
 
पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर के मुताबिक अजीत गोमतीनगर विस्तार स्थित राप्ती अपार्टमेंट में रहता था। वह मूलरूप से मऊ के भदीड़ गांव का रहने वाला था। रात करीब आठ बजे वह मोहर सिंह के साथ किसी काम से कठौता चौराहे के पास स्थित उदय टावर आया था।

दोनों के एसयूवी से उतरते ही पहले से घात लगाए तीन बदमाशों ने गोलियां बरसा दीं। फायरिंग से पूरे इलाके में भगदड़ मच गई। अजीत लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़ा।

मोहर शोर मचाते हुए बदमाशों के पीछे भागा, लेकिन तब तक वे बाइक से फरार हो गए। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों में सुराग खोज रही है।  अजीत के साथी से पूछताछ के साथ मऊ व आजमगढ़ पुलिस से संपर्क किया गया है।

दिसंबर में किया गया था जिला बदर 

पुलिस आयुक्त ने बताया कि अजीत के खिलाफ मऊ व आजमगढ़ में पांच हत्या सहित 17 केस दर्ज हैं। अजीत के खिलाफ पुलिस ने अपनी रिपोर्ट दी थी, जिसके आधार पर मऊ जिला प्रशासन ने दिसंबर में उसे जिलाबदर कर दिया था। इसके बाद से ही वह लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार इलाके के राप्ती अपार्टमेंट में रहता था। 

अजीत के गाड़ी में मिली दो लोडेड पिस्तौल

वारदात के बाद पुलिस ने जब अजीत के वाहन की तलाशी ली तो उसके वाहन में दो लोडेड पिस्टल मिली। अजीत को मारने के लिए बदमाशों ने नौ एमएम पिस्तौल का इस्तेमाल किया है।

 इस दौरान गाड़ी के लॉक तोड़े गए तो अंदर से अजीत की दो लोडेड पिस्तौलें मिलीं। दोनों से गोली चलने की भी पुष्टि हुई है। गाड़ी के अंदर भी खून के निशान मिले। एक बदमाश के घायल होने की पुष्टि भी पुलिस कर रही है। पुलिस घायल बदमाश को सरगर्मी से तलाश रही है।

घर में घुसकर की गई थी विधायक की हत्या    
                

आजमगढ़ के जीयनपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक सर्वेश सिंह की 19 जुलाई, 2013 को बदमाशों ने घर में घुसकर दिनदहाड़े गोली हत्या की थी। वारदात में अजीत चश्मदीद गवाह था।

इस मामले में ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह व अखंड सिंह सहित 13 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था। इस वारदात को पुलिस विधायक हत्याकांड से जोड़कर देख रही है। इसी बिंदु पर जांच भी शुरू कर दी गई है। कुंटू जीयनपुर के छपरा गांव का रहने वाला है। फिलहाल अखंड और कुंटू दोनों जेल में है।

बाहुबली का करीबी था अजीत

अजीत सिंह की हत्या में गैंगवार की आशंका से एसटीएफ को भी लगा दिया गया है। एक टीम ने घटनास्थल पहुंचकर मुआयना करने के साथ मोहर सिंह से पूछताछ की। पुलिस सूत्रों का कहना है कि अजीत बाहुबली मुख्तार अंसारी का करीबी है और उसकी मौत गैंगवार में हुई है। 

गोली लगने से घायल हुए डिलीवरी बॉय आकाश को वहां गुजर रही एक महिला सिपाही ने एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने बताया कि आकाश को एक गोली लगी है। वहीं दूसरे घायल को लोहिया अस्पताल ले जाया गया।

अजीत सिंह की विधायक सीपू सिंह की हत्या के आरोपी ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह से रंजिश थी। कुंटू जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरा गांव का रहने वाला है और अभी जेल में है। विधायक हत्याकांड में उसके अलावा 12 लोगों पर एफआईआर कराई गई थी। 


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