लखनऊ में अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में लिया, भीड़ ने पुलिस की गाड़ी फूंकी, बवाल शुरू
अखिलेश के धरने से कुछ दूरी पर भीड़ ने पुलिस की एक जीप को आग के हवाले कर दिया है। पुलिस ने विपक्ष के कई नेताओं को लखीमपुर खीरी पहुंचने से रोकने के लिए उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है। इनमें बसपा महासचिव सतीश मिश्र, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, सलमान खुर्शीद, आराधना मिश्रा और शिवपाल यादव शामिल हैं।
लखनऊ/लखीमपुर। यूपी में रविवार से शुरू हुआ अशांति का माहौल सोमवार को भी जारी रहा। प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लखीमपुर जाने से रोकने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सड़क पर ही धरने पर बैठ गए।
अखिलेश ने कहा कि किसानों पर अंग्रेजों के शासन से भी ज्यादा जुल्म भाजपा सरकार कर रही है। उन्होंने केंद्रीय गृहराज्य मंत्री के इस्तीफे और किसानों को 2-2 करोड़ का आर्थिक सहायता देने की भी मांग की। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
अखिलेश के धरने से कुछ दूरी पर भीड़ ने पुलिस की एक जीप को आग के हवाले कर दिया है। पुलिस ने विपक्ष के कई नेताओं को लखीमपुर खीरी पहुंचने से रोकने के लिए उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है। इनमें बसपा महासचिव सतीश मिश्र, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, सलमान खुर्शीद, आराधना मिश्रा और शिवपाल यादव शामिल हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पुलिस सुबह ही हिरासत में ले चुकी है। नेताओं हिरासत में लिए जाने से जनता में आक्रोश है।
आशीष मिश्रा के साथ 14 लोगों पर केस दर्ज
आपकों बता दें कि लखीमपुर में हुई हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 14 लोगों पर हत्या, आपराधिक साजिश और बलवे का केस दर्ज हुआ है। यह केस बहराइच के नानपारा के रहने वाले जगजीत सिंह की तहरीर पर तिकुनिया थाने में लिखा गया है।
लखीमपुर खीरी में रविवार को किसान आंदोलन के बीच भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, सोमवार सुबह एक पत्रकार का शव भी बरामद हुआ है। इसको मिलाकर अब तक मरने वालों की संख्या 9 हो गई है।
इधर, लखीमपुर पहुंचे राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि जब तक मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त नहीं किया जाता है। उनके बेटे की गिरफ्तारी नहीं होती है। मृतक किसानों के शवों का अंतिम संस्कार नहीं होगा। इधर, घटनास्थल पर किसान जुटने लगे हैं। यहां किसानों की संख्या दो हजार हो गई है। इसे देखते हुए प्रशासन ने दंगा नियंत्रण की 3 गाड़ियां मंगाई है।
शव घटनास्थल पर अंतिम दर्शन के लिए रखे
किसानों के शव अग्रसेन इंटर कॉलेज के बाहर रखा गया है। राकेश टिकैत सुबह 5:30 बजे तिकुनिया पहुंचे। उन्होंने किसानों के शवों के अंतिम दर्शन किए। इसके बाद अपनी 5 मांगे गिनाईं। कहा मांग पूरी नहीं हुई, तो यहां से हम हिलने वाले नहीं।
इसके बाद 7:15 बजे प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर राकेश टिकैत से बात की। लेकिन राकेश टिकैत अपनी मांगों पर अड़े रहे। राकेश टिकैत ने कहा, यह एक साजिश है, जो बहुत दिनों से अजय मिश्र और उनके बेटे आशीष मिश्र द्वारा रची जा रही थी।
मौके पर 700 से ज्यादा किसान जुटे हुए हैं।लखीमपुर में तनाव को देखते हुए प्रशासन ने मंगलवार तक के लिए जिले में इंटरनेट बंद कर दिया है। सोमवार को सिर्फ घटनास्थल के 20 किलोमीटर के दायरे में इंटरनेट बंद किया गया था। जिले में धारा 144 लगा दी गई है।
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