एमपी में नकली दूल्हा बनकर सिपाही ने पकड़ी लुटेरी दुल्हनों की गैंग, शादी के बाद लूटकर हो जाती थी फरार

टीम भारत दीप |

गैंग ने मध्यप्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में भी लोगाें को इसी तरह लूटा है।
गैंग ने मध्यप्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में भी लोगाें को इसी तरह लूटा है।

कॉन्स्टेबल को नकली दूल्हा बनाया। उसके साथ मुखबिर को लड़के का पिता बनाकर भेजा। इनके साथ टीम भी बैरसिया के लिए रवाना हुई। बैरसिया-नजीराबाद के बीच रोड पर पहुंचे। यहां कार में गैंग के सदस्य आए। उनको शादी के लिए लड़का बनाकर लाए कॉन्स्टेबल को दिखाया तो वह जाल में फंस गए।

गुना। मध्यप्रदेश के गुना जिले में शादी के नाम पर लोगों को चूना लगाने वाला एक गिरोह पकड़ा गया है। यह गिरोह उन लोगों को शादी के जाल में फंसाने का काम करता था, जिनकी शादी नहीं हो रही हो और वह आर्थिक रूप से संपन्न हो। यह गैंग घूम-घूमकर लोगों को निशाना बनाता था।

शादी के नाम लूट खसोट को फरार हो जाता था। इस गिरोह को पकड़ने के लिए पुलिस वाले भी इन्हीं के भाषा में जवाब दिया। पुलिस जवान खुद शादी करने की इच्छा लेकर इनके पास पहुंचा तो इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ। एमपी पुलिस ने छह लोगों को पकड़ा है। इनमें चार महिलाएं और दो पुरुष हैं।

आरोपी कुवारे युवकों को फंसाकर उनसे शादी के नाम पर रुपए ऐंठते थे। इसके बाद लड़की कुछ दिन घर में रुक कर पैसे लेकर फरार हो जाती थी। पुलिस ने अपने जाल मे फंसाने के लिए एक कॉन्स्टेबल को दूल्हा बनाकर भेजा। सवा लाख रुपए में सौदा तय हुआ। जब आरोपी लड़की दिखाने के लिए आए, तब पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।

एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि मधुसूदनगढ़ निवासी लाखन लोधी पिता नवल लोधी (22) की शादी नहीं हो रही थी। इसके लिए उसके पिता कैलाबई मीणा नाम की महिला से मिले। 8 मई को कैलाबाई अपने साथी वीरपुरा निवासी गोविंद मीणा दोनों को साथ लेकर विदिशा जिले की लटेरी तहसील लेकर गए।

यहां उन्हें रहीश निवासी भोपाल, ममता अहिरवार और नीलम रैकवार दोनों निवासी सागर से मिलवाया। यहां लाखन ने ममता से को शादी के लिए पसंद कर लिया। इसके बाद 70 हजार रुपये देकर ममता को साथ ले आए।यहां रूपाहेड़ी गांव आकर मंदिर में शादी कर ली।

कुछ दिन बाद ममता अपनी मां के बीमार होने की कहर चली गई। बाद में लाखन से 15 हजार रुपये लेने के बाद ही वापस आई। दो दिन बाद दोबारा सागर जाने की जिद करने लगी। मना करने पर उसने 25 मई को साथियों नीलम रैकवार, रहीश, प्रीति उईके, प्रियंका चौहान, सोनू श्रीवास्तव, मजबूत सिंह यादव, मोहर सिंह ठाकुर व जगदीश मीना को बुला लिया। मना करने के बाद भी वह ममता को जबरदस्ती साथ लेकर चले गए। लाखन ने इसकी शिकायत थाने में कर दी।

इस तरह पकड़ में आई गैंग

पुलिस ने लाखन से रहीश का नंबर लेकर गैंग के सदस्य रहीश से संपर्क किया। खुद थाना प्रभारी ने फोन कर कहा कि उन्हें शादी के लिए लड़की चाहिए। सदस्यों ने सवा लाख रुपए मांगे। थाना प्रभारी राजी हो गए। सदस्य ने कहा कि उनके पास कई लड़कियां हैं। सौदा तय होने के बाद गैंग के सदस्यों ने उन्हें भोपाल के बैरसिया बुलाया।

पुलिस ने मधुसूदनगढ़ थाने में पदस्थ कॉन्स्टेबल को नकली दूल्हा बनाया। उसके साथ मुखबिर को लड़के का पिता बनाकर भेजा। इनके साथ टीम भी बैरसिया के लिए रवाना हुई। बैरसिया-नजीराबाद के बीच रोड पर पहुंचे। यहां कार में गैंग के सदस्य आए।

उनको शादी के लिए लड़का बनाकर लाए कॉन्स्टेबल को दिखाया तो वह जाल में फंस गए। इसके बाद गैंग के सदस्यों ने भी चार लड़कियां दिखाईं। पुलिस को यकीन हो गया। टीम ने मौके पर से 6 लोगों को पकड़ लिया। वहीं, गाड़ी में बैठे कुछ लोग कार्रवाई को भांपकर भाग गए।

दूसरे शहरों में भी की है लूट

एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि गैंग ने मध्यप्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में भी लोगाें को इसी तरह लूटा है। बताया जाता है कि आरोपियों ने शाजापुर, भोपाल, राजगढ़ में भी वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस द्वारा गिरोह के 11 सदस्यों को आरोपी बनाया है। 5 आरोपी फरार हैं।

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