प्रयागराज में चुनावी रंजिश में युवक से की गई थी मारपीट, मौत पर घर वाालों ने किया हंगामा

टीम भारत दीप |

डॉक्टरों ने मंगलवार को घर भेज दिया, बुधवार शाम अचानक अर्जुन की मौत हो गई तो घरवालों का गुस्सा फूट पड़ा।
डॉक्टरों ने मंगलवार को घर भेज दिया, बुधवार शाम अचानक अर्जुन की मौत हो गई तो घरवालों का गुस्सा फूट पड़ा।

परिजन गंभीर युवक को इलाज के लिए अस्पातल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान उसकी बुधवार को मौत् हो गई। युवक की मौ से नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। एनसीआर दर्ज करने पर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया।

प्रयागराज। प्रयागराज में होली के दिन चुनावी रंजिश में एक युवक से जमकर मारपीट की गई थी।इसके बाद से उसका इलाज चल रहा था। इसी दौरान बुधवार को उसकी मौत हो गई। युवक की मौत के बाद उसके घर वालों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा लोगों ने जमकर हंगामा किया।कई घंटे तक शव को उठने नहीं दिया।

पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद किसी तरह मामला शांत हुआ। मालूम हो कि नवाबगंज थाना क्षेत्र के पूरे नक्कू (इब्राहिमपुर) गांव निवासी अर्जुन प्रधानी के चुनाव में अपनी बिरादरी के प्रत्याशी का समर्थन कर रहा था। इसीलिए होली के दिन उसके साथ जमकर मारपीट की गई थी।

परिजन गंभीर युवक को इलाज के लिए अस्पातल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान उसकी बुधवार को मौत् हो गई। युवक की मौ से नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। एनसीआर दर्ज करने पर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया।

घरवालों ने चुनावी रंजिश में हमला करने का आरोप लगाया और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए डीएम, एसएसपी को बुलाने के लिए भी कहा। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह उन्हें समझा बुझाकर शांत कराया। 

इब्राहिमपुर गांव रहने वाले अर्जुन खेती करता था। परिजनों का आरोप है कि अर्जुन प्रधानी के चुनाव में अपने बिरादरी के प्रत्याशी का समर्थन कर रहा था, जबकि विपक्षी दूसरी जाति के उम्मीदवार का प्रचार कर रहे थे। विरोधी गुट अर्जुन पटेल पर पटेल बिरादरी का समर्थन न करने का दबाव बना रहे, जिसको लेकर उनके बीच विवाद हो गया।

घर वालों का आरोप है कि सोमवार रात चुनाव को लेकर ही अर्जुन ने कोई बात कही, जिस पर बजरंगी पटेल समेत अन्य लोगों ने लाठी-डंडे से हमला कर दिया। बीच बचाव करने पर उसके दोस्त राम लौटन को भी पीटा।

घटना के बाद पीड़ित पक्ष ने नवाबगंज थाने पर तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा की बजाय एनसीआर कायम किया। फिर अर्जुन को सीएचसी ले जाया गया, जहां इलाज के बाद डॉक्टरों ने मंगलवार को घर भेज दिया। बुधवार शाम अचानक अर्जुन की मौत हो गई तो घरवालों का गुस्सा फूट पड़ा। 

सीओ ने कराया शांत

युवक की मौत के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। मौके पर पहुंची सीओ सोरांव अमिता सिंह ने किसी तरह लोगों को शांत कराया और फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। घर वालों ने चार युवकों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए नामजद तहरीर दी है।

सीओ का कहना है कि मारपीट के दौरान गंभीर चोट नहीं थी,जिसके चलते डॉक्टरों ने दूसरे अस्पताल रेफर नहीं किया था। लिखित शिकायत के आधार पर मुकदमा लिखकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वहीं युवक की मौत से घर वालों के सामाने रोजी- रोटी का संकट आ गया है, युवक के भरोसे ही परिवार का खर्च चलता था। 


संबंधित खबरें