आयकर विभाग ​ने 72 घंटे की कार्रवाई कर 121 करोड़ रुपए अघोषित ब्लैक मनी पकड़ी

टीम भारत दीप |

आयकर विभाग ने 72 घंटे की कार्रवाई के बाद दी जानकारी।
आयकर विभाग ने 72 घंटे की कार्रवाई के बाद दी जानकारी।

उत्तर प्रदेश की प्रमुख पशु आहार कंपनी और चिट फंड कंपनी पर आयकर विभाग ने पिछले दिनों छापा मारा था। इस कार्रवाई में अब तक 121 करोड़ रुपए की अघोषित ब्लैक मनी मिली है।

कानपुर।उत्तर प्रदेश की प्रमुख पशु आहार कंपनी और चिट फंड कंपनी पर आयकर विभाग ने पिछले दिनों छापा मारा था। इस कार्रवाई में अब तक 121 करोड़ रुपए की अघोषित ब्लैक मनी मिली है।

आयकर विभाग ने 52 लाख रुपए के सोने और हीरे के आभूषण जब्त किए हैं, जबकि 1.30 करोड़ रुपए कैश मिले हैं। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।

सीबीडीटी ने बताया कि छापेमारी 18 नवंबर को कानपुर, गोरखपुर, नोएडा, दिल्ली और लुधियाना में 16 स्थानों पर की गई थी। अधिकृत रूप से बताया कि अब तक 52 लाख रुपए के सोने और हीरे के आभूषण जब्त किए गए हैं।

शेष गहनों के स्रोतों का सत्यापन किया जा रहा है। सीबीडीटी ने कहा कि सात लॉकरों का भी पता चला है, जिन्हें तलाशा जाना बाकी है।तीसरे दिन आयकर विभाग की छापे की कार्रवाई पूरी हो गई।

72 घंटे की जांच में आयकर विभाग को 13 बोगस कंपनियां मिली हैं, जो दिल्ली और कोलकाता के पते पर दर्ज हैं। फॉरेंसिक टीम को मुखौटा कंपनियों से लिंक मिले। दिल्ली और कोलकाता के पते पर पंजीकृत इन कंपनियों में से कुछ कंपनियों से कर्ज लेना दिखाया गया है ।

कागजों में चल रही कंपनी: जांच में पाया गया कि इनमें से किसी भी कंपनी का कोई अस्तित्व नहीं है। मुनाफे को घटाकर उसे डायवर्ट किया जा रहा था। छापों की जद में आई चिट फंड कंपनी ने करोड़ों रुपए के अनसिक्योर्ड लोन प्राप्त किए, जिनके स्रोत अज्ञात थे।

करोड़ों की लोन की जांच में पाया गया कि सभी बोगस कंपनियां हैं जिनका कोई वास्तविक कारोबार नहीं है। इन कंपनियों के सभी निदेशक डमी पाए गए। चिट फंड कंपनी ने चिट फंड एक्ट का भी उल्लंघन किया क्योंकि डमी सब्सक्राइबरों से मोटी धनराशि ली। घरों के निर्माण में करोड़ों खर्च किए गए, जिसका कागजों में कोई जिक्र नहीं है।


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