फेस्टिवल सीज़न पर महंगाई की मार: ये चीजें और होंगी महंगी, बढ़ी चिन्ताएं
दरअसल, फोर और टू-व्हीलर के बाद अब लोगों की जरूरतों से जुड़े सामान जैसे स्मार्टफोन, लैपटॉप, टीवी, फ्रिज, एयर कंडीशनर की कीमतें भी बढ़ने वाली हैं। यानी आप इनमें से कोई भी सामान खरीदने वाले हैं तो जेब टाइट कर लीजिए। दरअसल इन गुड्स के निर्माण में लगने वाले कच्चे माल और इनकी ढुलाई की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इस कारण से देश में इन सामानों की कीमतें बढ़ने वाली हैं।
नई दिल्ली। कोरोना की मार के बाद इस साल त्योहारी सीजन में बाजार गुलजार हैं। दुकानें खुल गई हैं और सामान खरीदने के लिए अब भीड़ पहले की तरह बाजारों में उमड़ने लगी है। आने वाले फेस्टिवल नवरात्रि, दशहरा, धनतेरस और दीवाली तक खरीदारी की रफ्तार और बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि इस रफ्तार पर महंगाई के चलते ब्रेक भी लगने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है।
दरअसल, फोर और टू-व्हीलर के बाद अब लोगों की जरूरतों से जुड़े सामान जैसे स्मार्टफोन, लैपटॉप, टीवी, फ्रिज, एयर कंडीशनर की कीमतें भी बढ़ने वाली हैं। यानी आप इनमें से कोई भी सामान खरीदने वाले हैं तो जेब टाइट कर लीजिए।
दरअसल इन गुड्स के निर्माण में लगने वाले कच्चे माल और इनकी ढुलाई की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इस कारण से देश में इन सामानों की कीमतें बढ़ने वाली हैं। मैन्युफैक्चर्स के मुताबिक लागत के मामले में ये अब तक का सबसे बुरा समय है। कुछ फोर और टू-व्हीलर कंपनियां तो पहले ही कीमतें बढ़ा चुकी हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स सामान 8 फीसदी तक महंगे होंगे
बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में या यूं कहें नवरात्रि के आसपास कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स 8 फीसदी तक महंगे हो सकते हैं। इधर कार और टू-व्हीलर की कीमतों में 1-2 फीसदी तक का इजाफा किया जा सकता है। बीते 12 से 18 माह के दौरान कई मौकों पर कारों और टू-व्हीलर्स की कीमतों में 10-15 फीसदी बढ़ोतरी देखी गई है।
मान लीजिए आप एक नया 4K टीवी और फ्रिज खरीदने का प्लान कर रहे हैं। एक बेहतर कंपनी के टीवी की मौजूदा कीमत 25 हजार रुपए और फ्रिज की कीमत 20 हजार रुपए है। यानी 45,000 रुपए में आप इन दोनों आइटम को खरीद सकते हैं। अब यदि आने वाले सप्ताह में इन दोनों की कीमत में 8 फीसदी का इजाफा हो जाता है, तब आपको 3600 रुपए एक्स्ट्रा खर्च करने होंगे।
व्हीकल इम्पोर्ट की कीमतों में भी आया उछाल
व्हीकल इम्पोर्ट की कीमतें भी पिछले कुछ महीनों से तेजी से बढ़ रही हैं। इसके चलते 5 लाख रुपए से 25 लाख रुपए वाली कारों के मॉडल्स 50,000 रुपए से 2.5 लाख रुपए तक महंगे हो गए हैं। महंगे इम्पोर्ट का असर टू-व्हीलर्स पर भी हुआ है। इस अवधि के दौरान बाइक और स्कूटर की कीमतें 5,000 रुपए से 10,000 रुपए तक बढ़ाई जा चुकी हैं। गौरतलब है कि सालभर में स्टील की कीमतें दोगुना बढ़ चुकी हैं।
वहीं एल्युमीनियम और कॉपर के मूल्यों में भी 20-25 फीसदी की तेजी आई है। दुनियाभर में सेमीकंडक्टर की कमी के चलते इनकी कीमतों में भी 25-75 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इन सभी की कीमतों में इजाफा होने के साथ माल ढुलाई की लागत में दो-तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। इस वजह से इम्पोर्ट सबसे महंगा हुआ है। बताया जा रहा है कि कीमतों के बढ़ने से टू-व्हीलर मार्केट बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
जबकि कार की डिमांड पर इसका ज्यादा असर नहीं दिखा है। पिछले 2-3 माह में कारों की बिक्री के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं।
इसे लेकर कंसल्टेंसी जाटो डायनेमिक्स इंडिया के प्रेसिडेंट रवि भाटिया ने कहा कि इस साल के पहले 9 महीने में सबसे अधिक बिकने वाली कार के 10 मॉडल्स की कीमत में 5 बार बदलाव किया जा चुका है। दूसरी तरफ, वेटेड एवरेज इंसेंटिव 13,000 रुपए से घटकर 8,000 रुपए प्रति कार हो गया है।
IDC की रिपोर्ट में किया गया यह दावा
वहीं इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन (IDC) ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि स्मार्टफोन की कीमतें 3-5 फीसदी तक बढ़ चुकी हैं, क्योंकि सभी कंपनियों ने फिर से मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर दी है। ये कंपनियां अब नए मॉडल्स का प्रोडक्शन कर रही हैं। बॉश, सीमेंस और हिताची जैसे अप्लायंस ब्रांड्स अपने प्रोडक्ट्स की कीमतें 3-8 फीसदी तक बढ़ा रहे हैं।
बताया गया कि अगले महीने से दूसरी कंपनियां भी ऐसा करना को सोच रही हैं। इस बाबत IDC इंडिया के रिसर्च डायरेक्टर नवकेंद्र सिंह के मुताबिक फेस्टिवल सीजन में पेश किए जाने वाले स्मार्टफोन और लैपटॉप पर कंपनियों ने पहले ही हाई इनपुट कॉस्ट और माल ढुलाई की लागत को शामिल कर लिया है। बताया गया कि कंपनियों ने कुछ मौजूदा प्रोडक्ट्स पर भी कीमतें बढ़ा दी हैं।
टीवी, एयर कंडीशनर और होम अप्लायंस जैसे रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन और माइक्रोवेव ओवन की कीमतों में 3-7 फीसदी की बढ़ोतरी होना तय है। बताया गया कि कुछ कंपनियां अगले महीने की प्राइस टैग में बदलाव कर सकती हैं।