बैंक में ज्यादा कैश हो गया तो आ गई ब्रांच मैनेजर की आफत, 4 करोड़ की वसूली का आदेश
अधिक कैश होने पर उसे पास में रिजर्व बैंक के करेंसी चेस्ट में भिजवाना होता है। आरबीआई इसके बदले बैंक को रूपये देती है।
बैंकिंग डेस्क। तमिलनाडु में इंडियन ओवरसीज बैंक के ब्रांच मैनेजरों पर आफत आ गई है। उनको बैंक में ज्यादा कैश रखने की सजा जुर्माने के रूप में मिल रही है। बैंक का आदेश है कि उनकी वजह से करीब 4 करोड़ का घाटा हुआ। अब उनकी जेब से वसूली करने को कहा है।
बता दें कि हर बैंक में कैश रखने की सीमा निर्धारित होती है। इससे अधिक कैश होने पर उसे पास में रिजर्व बैंक के करेंसी चेस्ट में भिजवाना होता है। आरबीआई इसके बदले बैंक को रूपये देती है। यानी ये बैंक की आमदनी का श्रोत है।
अब तमिलनाडु में इंडियन ओवरसीज बैंक की जनरल मैनेजर राजलक्ष्मी भवानी शंकर ने सलेम क्षेत्र के रीजनल मैनेजर को पत्र लिखकर कहा गया है कि उनके क्षेत्र में कई ब्रांचों ने अपने लिमिट से अधिक कैश अपने पास रखा। ऐसे में मार्च 2020 से सितंबर 2020 तक बैंक को करीब 4 करोड़ का घाटा हो गया।
जीएम का आदेश है कि अब इस घाटे की भरपाई उन ब्रांच मैनेजर को करनी होगी जिनके पास लिमिट से ज्यादा कैश रहा है। उन्होंने आदेश दिया है कि ये वसूली सभी कर्मचारियों के वेतन से की जाए। बैंक के कर्मियों ने इस आदेश को मनमाना करार दिया है।
कैश भेजने में समस्याएं
बैंक के अधिकारियों का कहना है कि कैश को करेंसी चेस्ट भेजने में कई समस्याएं आती हैं। कभी गाड़ी उपलब्ध नहीं होती तो कभी स्टाफ की समस्या रहती है। जिन महीनों के लिए ये आदेश जारी हुआ, उन दिनों देशभर में लाॅकडाउन रहा।
अभी भी पूरी तरह से लाॅकडाउन नहीं खुला है। फिर भी बैंक ने सारा ठीकरा ब्रांच मैनेजरों के सर फोड़ दिया। बैंककर्मियों ने इस आदेश को मनमाना करार दिया।