तालिबान को आईएस ने दिया करारा झटका, हक्कानी नेटवर्क के खास कमांडर को मार गिराया
सीनियर अधिकारी हमदुल्ला मुखलिस तालिबान की अफगान में वापसी के बाद से मरने वाला सबसे सीनियर और अहम शख्स है। तालिबानी मीडिया अधिकारी ने कहा कि जब हमदुल्ला को सूचना मिली कि सरदार दाऊद खान अस्पताल पर हमला हो रहा है।
काबुल। अफगानिस्तान में पिछले माह से शुरू हुई अशांति अभी भी शांत होने का नाम नहीं ले रही है। समय —समय पर होने वाले धमाकें और आतंकी घटनाएं वहां के हालात पर सोचने को मजबूर कर देती है।
ताजा घटनाक्रम आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने अफगानिस्तान में वापसी करने वाले तालिबान को परेशान कर दिया है। आपकों बता दें कि जब से अफगान में तालिबानियों का राज हुआ है, तब से इस्लामिक स्टेट ने हमले तेज कर दिए हैं।
मंगलवार को तालिबान राज में पाकिस्तान के इशारों पर नाचने वाले आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क की कमर तोड़ने का काम किया है, आईएस के आतंकी हमले में हक्कानी नेटवर्क का खास कमांडर मारा गया।
अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि काबुल में इस्लामिक स्टेट द्वारा हुए हमले के जवाबी कार्रवाई के दौरान मारे गए तालिबान के सैन्य कमांडरों में हमदुल्ला मुखलिस भी शामिल था, जो हक्कानी नेटवर्क का काबुल कमांडर था।
हक्कानी नेटवर्क का अहम सदस्य और बद्री कोर के विशेष बलों का सीनियर अधिकारी हमदुल्ला मुखलिस तालिबान की अफगान में वापसी के बाद से मरने वाला सबसे सीनियर और अहम शख्स है।
तालिबानी मीडिया अधिकारी ने कहा कि जब हमदुल्ला को सूचना मिली कि सरदार दाऊद खान अस्पताल पर हमला हो रहा है, तो काबुल कोर का कमांडर मौलवी हमदुल्ला (मोखलिस) तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा और वहां इस्लामिक स्टेट के आतंकियों से लड़ाई में मारा गया।
तालिबानी अधिकारी ने बताया कि उसे रोकने की कोशिश की गई थी, मगर वह माना नहीं और मुस्कुराकर चल दिया। बताया जाता है कि काबुल पर कब्जे के बाद अशरफ गनी के कार्यालय में सबसे पहले घुसने वाला शख्स हमदुल्ला ही था।
अशरफ गनी के दफ्तर में कुर्सी पर बैठे जिस तालिबानी की तस्वीर वायरल हुई थी, वह हक्कानी का कमांडर हमदुल्ला ही था। इसका मरना हक्कानी नेटवर्क के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है।
दरअसल, काबुल के मुख्य सैन्य अस्पताल पर हुए हमले में 19 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट-खुरासान (आईएस-के) ने ली है।
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