यूपी के जौनपुर में सप्लायर की दबंगई, स्कूल की प्रधानाध्यापिका को धमकाया, ड्रेस तो यही बंटेगी

टीम भारत दीप |
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मजबूर होकर उन्हें डीएम कार्यालय आना पड़ा।
मजबूर होकर उन्हें डीएम कार्यालय आना पड़ा।

जब इनकार किया तो उसने धमकी दी कि ड्रेस तो यही लेनी पड़ेगी। पैसे तो तुम्हारे घर से निकलवा लूंगा। इतना ही नहीं आरोपी ने महिला को उसके पति और बच्चों का नाम लेकर भी धमकी दी।

जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक ड्रेस वितरक की दंबगई का मामला सामने आया है। बेसिक स्कूल की एक प्रधानाध्यापिका का आरोप है कि ड्रेस वितरक ने उन्हें स्कूल में आकर धमकाया और गाली गलौज की। उसने यहां तक कहा कि पूरे ब्लाॅक का चार्ज मुझे मिला है, ड्रेस तो यही बंटेगी। 

शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय में फरियाद लेकर पहुंची प्रधानाध्यापिका शशी कुमारी ने बताया कि कमलेश पाठक नाम के एक व्यक्ति ने उन्हें स्कूल में आकर धमकी दी और गाली-गलौज की। वह खुद को ड्रेस वितरक बताकर जबरदस्ती खराब गुणवत्ता की ड्रेस लेने की बात कह रहा था। 

प्रधानाध्यापिका ने जब इनकार किया तो उसने धमकी दी कि ड्रेस तो यही लेनी पड़ेगी। पैसे तो तुम्हारे घर से निकलवा लूंगा। इतना ही नहीं आरोपी ने महिला को उसके पति और बच्चों का नाम लेकर भी धमकी दी। गुरूवार को कुछ लोग उनके घर भी आए और पति को धमकी देकर गए।

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प्रधानाध्यापिका का कहना है कि उन्होंने बीती 15 सितंबर को थाने में एफआईआर के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। पुलिस ने उनकी एफआईआर नहीं लिखी। इसके बाद मजबूर होकर उन्हें डीएम कार्यालय आना पड़ा। 

प्रधानाध्यापिका का कहना है कि जिलाधिकारी ने उनसे शासन के निर्देशों के अनुसार कार्य करने को कहा है। साथ ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई का भी आश्वासन दिया है। अब आरोपी के खिलाफ एफआईआर लिख ली गई है।

वितरक चुनना प्रधानाध्यापक का अधिकार
बता दें कि देश भर में सर्व शिक्षा अभियान के तहत छात्रों को मुफ्त ड्रेस का वितरण किया जाता है। इसके लिए धनराशि प्रधानाध्यापक के खाते में भेजी जाती है। प्रधानाध्यापक को ड्रेस की गुणवत्ता और वितरक के चुनाव का अधिकार है। यह कार्य वह विद्यालय प्रबंध समिति के सहयोग से करता है। 


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