जौनपुर: वाह रे सरकार! मदद करने पर कसी नकेल, ऑक्सीजन मुहैया करा रहे व्यक्ति पर ठोंका मुकदमा
कल तक दर्जनों मरीजों को अपने पैसे से ऑक्सीजन मुहैया कराकर जान बचाने वाले एम्बुलेंस मालिक पर ही पुलिस ने केस दर्ज किया है। दरअसल नगर कोतवाली में सीएमएस की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। बताया गया कि इतना भर ही नहीं एम्बुलेंस मालिक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार उसके घर पर दबिश दे रही है।
जौनपुर।कोरोना को लेकर मचे हाहाकार के बीच इलाज के लिए लोगों की बेबसी और लाचारी की तस्वीरे आएदिन सरेआम हो रही हैं। बावजूद इसके शासन—प्रशासन व्यवस्थाओं की अभी तक तस्वीर बदलने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है।
वही अपनी बदहाली को छिपाने के लिए अब मदद कर रहे लोगों पर ही कार्रवाई कर सिलसिला शुरू कर दिया ताकि व्यवस्था की गलत छवि लोगों में न जा सके। दरअसल दवा की जरूरत हो या फिर ऑक्सीजन की, सिस्टम की कमी के आगे हर कोई मजबूर है।
ऐसे ही लोगों की मदद करने के लिए कुछ लोग आगे आए हैं। कोई उनके लिए खाना पहुंचा रहा है तो कोई सिलेंडर। मगर कोरोना संकट के मौजूदा दौर में जरूरतमंदों की मदद करना भी अब मुसीबत से कम नहीं है। जानकारी के मुताबिक जरूरतमंदों की मदद के लिए काम कर रहे लोगों पर ही नकेल कसना शुरू कर दिया है।
ऐसा ही एक मामला यूपी के जौनपुर में सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक लोगों की जान बचाने वाले व्यक्ति पर ही प्रशासन ने गाज गिरा दी। बताया गया कि कल तक दर्जनों मरीजों को अपने पैसे से ऑक्सीजन मुहैया कराकर जान बचाने वाले एम्बुलेंस मालिक पर ही पुलिस ने केस दर्ज किया है।
दरअसल नगर कोतवाली में सीएमएस की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। बताया गया कि इतना भर ही नहीं एम्बुलेंस मालिक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार उसके घर पर दबिश दे रही है। बताया गया कि उन पर कोरोना महामारी फैलने का आरोप है।
उधर सीएमएस की इस कार्रवाई से निश्चित तौर पर न जाने कितने लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गयी। कहा जा रहा है कि अब ऐसे में कौन किसी की मदद करने को आगे आएगा। बताया गया कि जिला अस्पताल में मरीजों का तांता लगा था। वहीं हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी होने के कारण मरीजों को समय पर सही इलाज नहीं मिल रहा है।
बताया गया कि मरीजों को जमीन पर तड़पता देख नगर के अहियापुर मोहल्ले का निवासी व प्राइवेट एम्बुलेंस संचालक विक्की अग्रहरि खुद अपने स्तर से ऑक्सीजन की व्यवस्था करके मरीजों को आक्सीजन मुहैया कराने का काम कर रहे हैं। वहीं विक्की के मुताबिक उसने 27 से 28 मरीजों को आक्सीजन देकर उनकी मदद की है।
यह खबर जैसे ही मीडिया के जरिये सुर्खियों में आयी तो अस्पताल प्रशासन की कलई खुल गई। बताया गया कि किरकिरी होने से नाराज सीएमएस ने देर शाम नगर कोतवाली में महामारी फ़ैलाने का मुकदमा उन पर दर्ज करा दिया। इधर मामले को लेकर डीएम मनीष कुमार वर्मा के मुताबिक पूरे मामले की जांच करायी जाएगी।
वहीं सीएमएस की इस कार्रवाई के परिपे्रक्ष्य में देखना होगा कि क्या जिलाधिकारी व सीएमओ साहब आरोपित का सम्मान करवाते हैं या फिर उसे जेल की सलाखों के पीछे भेजेंगे।