कानपुर: तीन साल बाद बैंक लॉकर में गहने चेक करने गई महिला खुला लॉकर देखकर हुई बेहोश
बेटे रवि गोस्वामी ने बताया उनके पिता गोपी कृष्ण गोस्वामी और मां का संयुक्त लॉकर था, सेंट्रल बैंक में हुई घटना की खबरों के बाद मां लॉकर चेक करने गई थीं, जब लॉकर देखा तो खुला था। इसकी जानकारी बैंक प्रबंधन को दी तो बोले खुद ही खुला छोड़ गए होंगे
कानपुर। यूपी के कानपुर शहर के सेंट्रल बैंक से खाता धारकों के लॉकर से जेवर गायब होने की जांच अभी पूरी भी नहीं हो पाई कि अब बैंक बैंक आफ इंडिया की मालरोड मुख्य शाखा के लॉकर से जेवरात चोरी होने का मामला सामने आया है। लगातार बैंकों के लोकरों से हो रही चोरी के बाद बैंक प्रशासन ही नहीं बल्कि पुलिस भी सकते में है।
एक माह में चौथी चोरी का खुलासा
सेंट्रल बैंक के लॉकर से एक माह में जेवर गायब होने की चौथी घटना सामने आई है। इस बैंक में ज्यादातर व्यापारियों के ही लॉकर हैं, इसलिए व्यापारियों ने इस लापरवाही से नाराजगी जताई है और उनकी बैंक के अधिकारियों से भी झड़प हो गई।
अब लॉकर से चोरी होने का मामला बैंक आफ इंडिया की मालरोड मुख्य शाखा से सामने आया है। दरअसल इस चोरी का खुलासा उस समय हुआ जब तीन साल बाद लॉकर ऑपरेट करने गई महिला को लॉकर खुला मिला।
उंगली लगाते ही लॉकर खुल गया, लॉकर में रखे करीब 50 लाख के जेवर गायब देख महिला बेहोश हो गई। मौके पर बैंक के अफसर और पुलिस पहुंची, मामले में एफआईआर दर्ज की जा रही है।
तीन साल बाद पहुंची थी महिला
लॉकर से सामान गायब होने की पुष्टि बैंक के जोनल मैनेजर नीरज तिवारी ने भी की है। मेघदूत होटल के पास रहने वाली देवी गोस्वामी का बैंक में सालों पुराना लॉकर है। इससे पहले उन्होंने 2019 में लॉकर ऑपरेट किया था, दोपहर में वो बैंक शाखा पहुंचीं, औपचारिकता पूरी करने के बाद चपरासी के साथ लॉकर ऑपरेट करने लॉकर रूम में गईं।
जब महिला अपने लॉकर के पास पहुंची तो देखा वह खुला सा लग रहा था, इसके बाद महिला ने बिना चाभी लगाए उंगली से ही लॉकर को खोलने का प्रयास किया और वह खुल गया, लॉकर के अंदर रखा सारा सामान गायब मिलने पर वह बेहोश हो गई,
हालांकि पहले बैंक प्रबंधन पूरे मामले को दबाए रहा। काफी देर तक देवी गोस्वामी के घर न पहुंचने पर इनके पति गोपी गोस्वामी इन्हें खोजते हुए शाखा पहुंचे। किसी तरह संभलने के बाद परिजनों को सूचना दी।
महिला इसके बाद महिला का बेटा परिजनों के साथ पहुंचकर लाखों के जेवरात गायब होने पर बैंक में हंगामा किया, वहीं मामले की जांच के लिए डिप्टी जोनल मैनेजर और अन्य अधिकारी भी पहुंच गए। देररात तक पुलिस पीड़ित से पूछताछ कर रही थी।
देवी गोस्वामी के बेटे रवि गोस्वामी ने बताया उनके पिता गोपी कृष्ण गोस्वामी और मां का संयुक्त लॉकर था, सेंट्रल बैंक में हुई घटना की खबरों के बाद मां लॉकर चेक करने गई थीं, जब लॉकर देखा तो खुला था।
इसकी जानकारी बैंक प्रबंधन को दी तो बोले खुद ही खुला छोड़ गए होंगे, इस पर मां ने कहा कि 50 लाख के जेवरात होने पर कोई लॉकर कैसे खुला छोड़ सकता है, तीन साल से लॉकर ऑपरेट नहीं किया था, वहीं देरशाम डिप्टी जोनल मैनेजर मनोज कुमार सिंह और सुरक्षा अधिकारी रितु एक घंटे तक वहां रुकने के बाद चले गए।
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