कानपुर में कैंसर पीड़ित गरीब के लिए मसीहा बनी खाकी, इंस्पेक्टर की नेकदिली पर सब बोले वाह

टीम भारत दीप |

सराहनीय कार्य की पूरे जिले में चर्चा हो रही है।
सराहनीय कार्य की पूरे जिले में चर्चा हो रही है।

परिवार में कमाने वाला वो ही एक लड़का था जिसको कैंसर जैसी घातक बीमारी ने अपने शिकंजे में जकड़ लिया। इसके बाद से उस लड़के की नौकरी भी चली गई और उसका परिवार आर्थिक तंगी की चपेट में आ गया।

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में खाकी का ऐसा चेहरा देखने को मिला, जिसकी उम्मीद आमतौर नहीं की जाती है। यहां बाबूपुरवा थाना प्रभारी अपने क्षेत्र के एक कैंसर पीड़ित युवक की मदद करने के लिए उसके घर पहुंचे। 

परिवार के लोगों से बातचीत की और भरोसा दिलाया कि उनके स्तर से हर संभव मदद युवक के इलाज के लिए की जाएगी। उनकी इस नेक दिली को हर कोई सैल्यूट कर रहा है। सराहनीय कार्य की पूरे जिले में चर्चा हो रही है। 

कानपुर के बाबूपुरवा क्षेत्र के अंतर्गत मुंशीपुरवा में एक गरीब बूढ़ी औरत अपने नफीस नाम के कैंसर पीड़ित बेटे के साथ रहती है। उसके परिवार में कमाने वाला वो ही एक लड़का था जिसको कैंसर जैसी घातक बीमारी ने अपने शिकंजे में जकड़ लिया। इसके बाद से उस लड़के की नौकरी भी चली गई और उसका परिवार आर्थिक तंगी की चपेट में आ गया। 

इलाज में दिक्कत के साथ घर में खाने के लाले पड़ गए। इसकी जानकारी जब बाबूपुरवा इंस्पेक्टर जनार्दन प्रताप सिंह को मिली तो उन्होंने इंसानियत का धर्म निभाया। बाबूपुरवा इंस्पेक्टर जनार्दन प्रताप सिंह तुरंत उस कैंसर पीड़ित लड़के और उसकी मां से मिलने उसके घर पहुंच गए। 

उन्होंने उनकी आर्थिक मदद करते हुए इस बात का आश्वासन दिया कि वो उनकी जितनी मदद होगी करेंगे और साथ में सरकारी निधि से भी मदद दिलवाने की बात कही। इंस्पेक्टर बाबूपुरवा जनार्दन प्रताप सिंह ने इस कार्य को कर के ये बता दिया की दुनिया में इंसानियत से बड़ा ना कोई धर्म है और ना ही कोई कर्म है। 

बूढ़ी मां पुलिस के घर आने के बाद बहुत खुश हुईं। उनका कहना है कि हम लोगों को रिश्तेदार व मोहल्ले वालों ने अकेले जीने के लिए छोड़ दिया था, लेकिन एक पुलिस वाले ने मदद के लिए कहा है। वहीं युवक की बूढ़ी मां ने उन्हें खूब दुआएं दीं। 


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