कानपुर:धरना प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का गुस्सा पुलिस ने ग्रामीण पर निकाला, लाठियों से पीटा
अस्पताल के बाहर इंस्पेक्टर एक युवक पर लाठियां बरसाते रहे और युवक गोद में रो रहे बच्चे को छोड़ने की कह रहा है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर उच्चाधिकारियों के संज्ञान में घटना आई। एडीजी कानपुर जोन भानु भाष्कर ने जिला अस्पताल के बाहर हुए मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
कानपुर। सोशल मीडिया पर गुरुवार से यूपी के पुलिस जवान द्वारा एक युवक और उसके बच्चे के पीटने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक युवक अपने बच्चे को लेकर भाग रहा है और पीछे से पुलिस जवान उस पर लाठियां बरसा रहा है।
पड़ताल करने पर यह वीडियो कानपुर देहात के जिला अस्पताल का निकला। मालूम हो कि अपनी मांगों को लेकर जिला अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मचारी धरना प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान पुलिस ने लाठी फटकार के उन्हें वहां से भगाया। यह वीडियो उसी समय का है।
अस्पताल के बाहर इंस्पेक्टर एक युवक पर लाठियां बरसाते रहे और युवक गोद में रो रहे बच्चे को छोड़ने की कह रहा है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर उच्चाधिकारियों के संज्ञान में घटना आई। एडीजी कानपुर जोन भानु भाष्कर ने जिला अस्पताल के बाहर हुए मामले में जांच के आदेश दिए हैं, वहीं एएसपी घनश्याम चौरसिया ने वायरल वीडियो काे संज्ञान लेकर कार्रवाई की बात कही है।
यह है पूरा मामला
आपकों बता दें कि जिला अस्पताल परिसर में मेडिकल कालेज भवन निर्माण का इस समय काम चल रहा। निर्माण सामग्री लाने वाले डंपर तेजी से आवागमन करते हैं। इससे उड़ने वाली धूल और सड़क के टूटने से पूरे दिन अस्पताल के कर्मचारियों को परेशानी होती है।
कई बार शिकायत के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला तो गुरुवार दोपहर कर्मचारियों का गुस्सा फूट गया। कर्मचारी नेता रजनीश शुक्ला की अगुवाई में ओपीडी को बंद करा डॉक्टरों को बाहर कर दिया और गेट पर ताला लगाकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
अस्पताल में ओपीडी बंद होने से मरीज भटकने लगे। स्वास्थ्य अफसरों की जानकारी पर सीओ अकबरपुर अरुण कुमार, एसडीएम वागीश शुक्ला व अकबरपुर थाने का पुलिस बल पहुंचा। सिपाहियों ने कर्मचारी नेता रजनीश शुक्ला को पकड़ने की कोशिश की तो दूसरे कर्मचारी उसे छुड़ाने में जुट गए। इस पर पुलिस ने बल का प्रयोग किया और लाठियां चटकानी शुरू कर दीं।
कर्मचारियों और पुलिस में झड़प
धरना प्रदर्शन खत्म करने को लेकर कर्मचारियों और पुलिस के बीच भिड़ंत हो गई। पुलिस ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया, इस बीच अस्पताल के बाहर बच्चे को गोद में लेकर निकला युवक इंस्पेक्टर के हत्थे चढ़ गया।
इंस्पेक्टर ने उसे लाठी से पीटना शुरू कर दिया तो गोद में बच्चा तेजी से रोने लगा। पुलिस की इस बर्बरता का वीडियो स मीडिया पर वायरल हुआ तो अफसरों ने मामला संज्ञान में लिया। वायरल वीडियो में इंस्पेक्टर युवक को लाठी से पीट रहे हैं और बच्चा रो रहा है।
अफसर बोले करेंगे कार्रवाई
झड़प के दौरान कर्मचारी नेता रजनीश शुक्ला को पीटने के बाद गिरफ्तार कर थाने ले जाया गया। पुलिस का कहना है कि रजनीश शुक्ला ने अकबरपुर थाना प्रभारी विनोद मिश्रा के हाथ के अंगूठे में दांत से काट लिया। इसके बाद बल प्रयोग कर उसे काबू किया गया।
उसका बचाव कर रहे एक युवक को भी बल प्रयोग कर पुलिस ने पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन गोद में बच्चा देख हड़काकर उसे भगा दिया। एडीजी कानपुर जोन भानु भाष्कर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
एएसपी घनश्याम चौरसिया ने बताया कि वायरल वीडियो का संज्ञान लिया गया है, जो व्यक्ति गोद में बच्चे को उठाए है, उसकी पहचान आरोपित कर्मचारी नेता रजनीश के भाई के रूप में हुई है। वह भी पुलिस से अभद्रता कर रहा था।
कर्मचारी नेता पर केस दर्ज
कर्मचारी नेता रजनीश शुक्ला पर थाना प्रभारी को दांत से काटने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया। दूसरी ओर अस्पताल में निर्माण कार्य करा रहे ठेकेदार ने भी उसके खिलाफ रंगदारी, मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया है। सेवन सीएलए एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है।
सीएमएस डॉ. वंदना सिंह ने जानकारी दी कि डीएम को रिपोर्ट भेजी है, कार्रवाई की जाएगी। वहीं, कर्मचारी नेता रजनीश शुक्ला का कहना है कि सड़क टूटने व अवैध ढंग से मिट्टी बेचने की शिकायत की गई थी। इसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस से कोई मारपीट नहीं की।
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