जाने काला खून और काली मांस के माालिक कड़कनाथ के बारे में,जिसे पाल रहे है महेंद्र सिंह धोनी
कड़कनाथ जो मध्य प्रदेश के झबुआ जिले की पहचान है। यह आम मुर्गों से तीन गुनी कीमत पर बिकता है। यह पौष्टिकता और स्वाद की खान है। कुछ लोग इसे वियाग्रा का विकल्प के रूप में देखते है। यहीं कारण है कि इस समय कड़कनाथ की मांग काफी बढ गई है। कड़कनाथ या काली मासी भारतीय नस्ल का मुर्गा है।
मध्यप्रदेश। कड़कनाथ जो मध्य प्रदेश के झबुआ जिले की पहचान है। यह आम मुर्गों से तीन गुनी कीमत पर बिकता है। यह पौष्टिकता और स्वाद की खान है। कुछ लोग इसे वियाग्रा का विकल्प के रूप में देखते है।
यहीं कारण है कि इस समय कड़कनाथ की मांग काफी बढ गई है।कड़कनाथ या काली मासी भारतीय नस्ल का मुर्गा है। यह मुख्यतः पश्चिमी मध्य प्रदेश के झाबुआ और धार जिलों में पाया जाता है। कड़कनाथ उच्च प्रोटीन और न्यून वसा पाया जाता है।
इसमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी काफी कम होता है। इसके कारण इसकी मांग काफी ज्यादा है।कड़कनाथ की मुख्य: मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में पाया जाता है।अब उसकी पौष्टिकता को देखते हुए देश के अलग-अलग हिस्सों में इसकी फार्मिंग शुरू की गई।
अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लेने वाले महेंद्र सिंह धोनी भी अब कड़कनाथ का व्यवासाय शुरू किया है। जहां देसी और बायलर मुर्गे की कीमत सो सो लेकर तीन सौ रुपए तक है वहीं कड़कनाथ नाथ इस समय आठ सौ से 1 हजार रुपए में बिक रहा है।
कड़कनाथ की पहचान: काले पंखों के साथ एक हरे आनंददायकता, काले पैर और दांत और जीभ, कंघी और काले मांस और हड्डियां भी काली पाई जाती है।
कड़कनाथ की खासियत: कड़कनाथ का खून, मांस और शरीर काले रंग का होता है। यह मुर्गा अपने स्वाद और औषधीय गुणों के लिए मशहूर है। अन्य मुर्गों की तुलना में इसके मीट में प्रोटीन अधिक मात्रा में होता है और कोलेस्ट्रोल का स्तर कम होता है।
इस नस्ल में 18 तरह के आवश्यक अमीनो एसिड भी पाए जाते हैं। इसके मीट में विटामिन बी-1, बी-2, बी-6, बी-12, सी और ई की मात्रा भी अधिक पाई जाती है। औषधी के रुप में नर्वस डिसऑर्डर को ठीक करने के काम में आता है। साथ ही इसके रक्त से कई बीमारियां भी ठीक करने के गुण पाए जाते हैं।
कोरोना की वजह से बढ़ी कड़कनाथ की मांग: कोरोना वायरस की वजह से लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है। ऐसे में लोगों को रोग प्रतिरोधक ताकत बढ़ाने के लिए अच्छे खानपान पर ध्यान देने के लिए कहा जा रहा है। मांसाहारी लोगों के लिए रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में कड़कनाथ काफी कारगर सिद्ध हो रहा है। इसलिए इस समय कड़कनाथ की काफी मांग बढ़ गई है।
धोनी ने पाल रहे है: इस समय कड़कनाथ मुर्गे की मांग बढने के कारण प्रसिद्ध क्रिकेटर महेंद्र सिंह इसे पाल रहे है। इसके लिए धोनी ने एमपी से कड़कनाथ के 200 चूजे मंगवाए हैं, जिसे वह रांची स्थित फॉर्म हाउस में पाल रहे हैं।