जानिए क्यों आगरा के 300 घरों के बाहर लगा मकान बिकाऊ है का पोस्टर

टीम भारत दीप |

क्षेत्रीय लोगों ने हाथों में पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया और मकान बिकाऊ है के पोस्टर लगाए।
क्षेत्रीय लोगों ने हाथों में पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया और मकान बिकाऊ है के पोस्टर लगाए।

रश्मि विहार, गौरव एन्क्लेव समेत कॉलोनियों के लोगों ने अपने घरों पर 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लगा दिए हैं। शुक्रवार को इन कॉलोनियों के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और विधानसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।

आगरा। पूरे विश्व में ताजनगरी नाम से मशहूर आगरा के कुछ रहवासी अव्यवस्थाओं और सरकार की नजरअंदाजी की वजह से पलायन को मजबूर है। यहां के लोगों ने अपने घरों के बाहर मकान बिकाऊ है का बोर्ड लगा दिया है।

दरअसल आगरा में टूटी सड़कों, गड्ढों, जलभराव की समस्या से त्रस्त होकर शमसाबाद रोड की कॉलोनियों के 300 परिवारों ने अपने घर बेचकर पलायन की तैयारी कर ली है। यहां के लोगों ने अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सभी स्तर से प्रयास करके हार गए है। इसके बाद मजबूर होकर पलायन करने की सोच रहे है।

रश्मि विहार, गौरव एन्क्लेव समेत कॉलोनियों के लोगों ने अपने घरों पर 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लगा दिए हैं। शुक्रवार को इन कॉलोनियों के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और विधानसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।
 
आपकों बता  दें कि ताजमहल से केवल पांच किमी दूर बसे शमसाबाद रोड की कॉलोनियों रश्मि विहार, गौरव एन्क्लेव में सड़कों पर जलभराव और जलभराव से हुए गड्ढों के कारण लोगों का पैदल निकलना मुश्किल है। इन कॉलोनियों में 300 से ज्यादा घरों के लोग अपने मकान बेचकर दूसरी जगह जाने की तैयारी में हैं। 

यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि तीन साल से वह जनप्रतिनिधियों के चक्कर काट-काटकर परेशान हैं, लेकिन सड़क, जलभराव, नालियां, सफाई की उनकी समस्या दूर नहीं की गई। शुक्रवार को क्षेत्रीय लोगों ने हाथों में पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया और मकान बिकाऊ है के पोस्टर लगाए।

'कोई और विकल्प नहीं'

गौरव एन्क्लेव के जगमोहन वर्मा ने कहा कि हम जनप्रतिनिधियों के पास जाकर सड़क निर्माण की मांग कर चुके हैं, लेकिन किसी ने समस्या का निदान नहीं किया। मकान बेचने के अलावा और कोई विकल्प नहीं रहा।सड़कें खराब होने की वजह से आटो वाले भी हमारे मोहल्ले में आने से कतराते है।

 स्थानीय निवासी अनिल दौनेरिया ने कहा कि अगले चुनाव में हम किसी भी दल को वोट नहीं देंगे। मतदान का बहिष्कार करेंगे या फिर नोटा का बटन दबाएंगे, जब कोई जनप्रतिनिधि समस्या दूर नहीं करता तो वोट क्यों दें।

राजेश गुप्ता ने कहा कि जलभराव और टूटी सड़कों से पैदल निकलना तक मुश्किल है। बच्चे कॉलोनी में न खेल पाते हैं और न ही हम लोग दो पहिया वाहन से निकल सकते हैं। हर समय गिरने का खतरा रहता है। प्रमोद सिंह ने बताया कि यह मकान बेचकर दूर कही खरीदकर रहेंगे ताकि बच्चे सुकून से रह सकेंगे। 

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