मध्य प्रदेश में कोवैक्सिन का ट्रायल शुरू: पहले चरण में एक हजार लोगों लगाया जाएगा टीका
कोरोना वायरस को मात देने के देश के अलग—अलग हिस्स्सों में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो गया है। इसी क्रम में शुक्रवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक अध्यापक को पहला डोज दिया गया है। जानकारी अनुसार मध्यप्रदेश में पहला टीका आर्ट के एक शिक्षक ने लगवाया है।
भोपाल। कोरोना वायरस को मात देने के देश के अलग-अलग हिस्स्सों में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो गया है। इसी क्रम में शुक्रवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक अध्यापक को पहला डोज दिया गया है।
जानकारी अनुसार मध्यप्रदेश में पहला टीका आर्ट के एक शिक्षक ने लगवाया है।टीका लगने के बाद टीचर ने बताया कि वह पहले जैसा नॉर्मल महसूस कर रहे हैं। उन्होंने पत्नी और दोनों बेटियों को कोरोना की कोवैक्सिन लगवाने की बात एक दिन पहले ही बताई थी, वे सब खुशी-खुशी राजी हो गए।
शिक्षक ने बताया कि मैंने तीन दिन पहले दैनिक भास्कर अखबार में में खबर पढ़ी थी कि भोपाल में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल होने जा रहा है और उसमें टीके लगाए जाएंगे। इस खबर के बाद मैंने पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में संपर्क किया और टीका लगवाने के लिए अपनी सहमति दी। उन्होंने मेरा रजिस्ट्रेशन कर लिया और 27 नवंबर को मेडिकल कॉलेज आने को कहा।
उस समय मैंने परिवार को ये सब नहीं बताया था।मालूम हो पहले दिन सौ लोगों को टीका लगान का लक्षय रखा गया था। आर्ट अध्यापक के अलावार भोपाल के बड़े कारोबारी दंपति भी टीका लगवाने पहुंचे हैं। पहले दिन 100 लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य है। हालांकि, अस्पताल प्रशासन करीब 50 लोगों के पहुंचने की उम्मीद है।
वॉलेंटियर्स के पहुंचने का सिलसिला जारी है। बागसेवनिया, कल्पना नगर, भवानी नगर, चूना भट्टी, होशंगाबाद रोड, सबरी नगर खेड़ी खेड़ी भानपुर से लोग पहुंचे हैं। वहीं अन्य लोग भी टीका का पहला डोज लगवाने के बाद खुद को सामान्य महसूस कर रहे है।
हर वॉलेंटियर को वैक्सीन लगाने के साथ ही 750 रुपए भी दिए गए। हर हफ्ते उनकी हेल्थ पर नजर रखी जाएगी। कोई गर्भवती महिला वॉलेंटियर आती है तो उसे वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। अगर आप फैमिली प्लानिंग कर रहे हैं, तो पुरुष को भी टीका नहीं लगेगा। कुल एक हजार डोज मिले हैं। पहले डोज के बाद 28 दिन बाद दूसरा डोज दिया जाएगा।