लखीमपुर खीरी:अखिलेश यादव के घर के बाहर फोर्स तैनात, मायावती ने ट्वीट कर बोला हमला, प्रियंका को रोका
मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद एससी मिश्र को कल देर रात लखनऊ में उनके निवास पर नजरबन्द कर दिया गया जो अभी भी जारी ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमण्डल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकाण्ड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके। यह अति-दुःखद व निन्दनीय।
लखनऊ। तीन कृषि कानूनों पर किसानों के प्रदर्शन पर दिए गए केंद्रीय मंत्री के बयान के विरोध में हुए बवाल में आठ लोगों की मौत के बाद पूरे प्रदेश में अशांति का माहौल है। अब सभी पार्टियों के प्रमुख लोग लखीमपुरखीरी पहुंचना चाहते है।
सीतापुर पुलिस ने हरगांव में उन्हें सुबह 4 बजे गिरफ्तार कर लिया। वहीं सतीश चंद्र मिश्रा को भी लखनऊ आवास में नज़रबंद कर लिया गया। सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खीरी आने के ऐलान के बाद पुलिस हाउस अरेस्ट करने की तैयारी में है। अखिलेश के आवास के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी सोमवार को लखीमपुर खीरी जाएंगे।
मायावती ने यह लिखा
मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद एससी मिश्र को कल देर रात लखनऊ में उनके निवास पर नजरबन्द कर दिया गया जो अभी भी जारी ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमण्डल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकाण्ड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके।
यह अति-दुःखद व निन्दनीय। इसके बाद मायावती ने घटन पर दुख जताते हुए लिख था कि दुःखद खीरी काण्ड में भाजपा के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण इस घटना की सही सरकारी जाँच व पीड़ितों के साथ न्याय तथा दोषियों को सख्त सजा संभव नहीं लगती है। इसलिए इस घटना की, जिसमें अब तक 8 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, न्यायिक जांच जरूरी, बीएसपी की मांग। है।
अब किसानों की चार प्रमुख मांगें
मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए। अजय मिश्रा के बेटे को गिरफ्तार किया जाए।मृतकों के परिजन को 1-1 करोड़ का मुआवजा मिले। मृतकों के परिजन को सरकारी नौकरी मिले।
मंत्री की सफाई
इस बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का बयान आया है कि किसानों के बीच छुपे हुए कुछ उपद्रवी तत्वों ने उनकी (भाजपा कार्यकर्ताओं) गाड़ियों पर पथराव किया, लाठी-डंडे से वार करने शुरू किए। फिर उन्हें खींचकर लाठी-डंडों और तलवारों से मारा-पीटा, इसके वीडियो भी हमारे पास हैं। उन्होंने गाड़ियों को सड़क से नीचे खाई में धक्का दिया। उन्होंने गाड़ियों में आग लगाई, तोड़फोड़ की।
मेरा बेटा कार्यक्रम खत्म होने तक वहीं(कार्यक्रम स्थल) था, उन्होंने जिस तरह से घटनाएं की हैं अगर मेरा बेटा वहां(घटनास्थल पर) होता तो वो उसकी भी पीटकर हत्या कर देते। हमारे कार्यकर्ताओं की दुखद मृत्यु हुई है। हमारे तीन कार्यकर्ता और ड्राइवर मारा गया है। हम इसके खिलाफ एफआईआर कराएंगे, इसमें शामिल सभी लोगों पर धारा 302 का केस लगाया जाएगा।
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