लखीमपुर खीरी: अंतिम अरदास आज, श्रद्धांजलि सभा में पांच लाख किसानों के आने की संभावना
किसान नेताओं से मिली जानकारी के अनुसार अंतिम अरदास कार्यक्रम में पंजाब, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, यूपी आदि प्रदेशों से किसान आएंगे। उनके खाने की भी व्यवस्था की गई है। रोशनी के लिए 20 जनरेटर लगाए जा रहे है। 15 एकड़ में पंडाल लगाया जाएगा।
लखीमपुर खीरी। यूपी के लखीमपुर खीरी में हुए बवाल के बाद मारे गए चार किसानों की आत्मा की शांति के लिए आज अंतिम अरदास (श्रद्धांजलि सभा) का आयोजन होगा।
श्रद्धांजलि सभा के लिए करीब 30 एकड़ इलाके में इंतजाम किए गए हैं। यह कार्यक्रम स्थल घटनास्थल से एक किलोमीटर की दूर पर है। श्रद्धांजलि सभा में पांच लाख किसानों के आने की संभावना जताई जा रही है।
कार्यक्रम पर नजर रखने के लिए मंडलायुक्त रंजन कुमार बीती रात से ही गुरु नानक देव एकेडमी में डेरा जमाए हुए हैं। डीएम डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया, एसपी विजय ढुल, एसडीएम ओपी गुप्ता भी वहीं हैं।
भारतीय किसान सिख संगठन के तहसील अध्यक्ष गुरमीत सिंह रंधावा और भारतीय किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष गुरबाज सिंह ने बताया कि कई किसानों की भूमि को मिलाकर कार्यक्रम स्थल तैयार कराया जा रहा है।
इसमें पंडाल, पार्किंग और लोगों के बैठने आदि की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि गुरुद्वारे में अखंड पाठ चल रहा है। अखंड पाठ को मंगलवार को विराम दिया जाएगा। उसके बाद अंतिम अरदास होगी।
यहां से आएंगे किसान
किसान नेताओं से मिली जानकारी के अनुसार अंतिम अरदास कार्यक्रम में पंजाब, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, यूपी आदि प्रदेशों से किसान आएंगे। उनके खाने की भी व्यवस्था की गई है। रोशनी के लिए 20 जनरेटर लगाए जा रहे है।
15 एकड़ में पंडाल लगाया जाएगा। पार्किंग आदि की सुविधा के लिए अलग से कार्यकर्ताओं को लगाया जा रहा है। उधर, प्रशासन भी मुस्तैद हो गया है। इस अरदास में किसान नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी, बलविंदर सिंह राजेवाल आदि किसान नेता प्रमुख रूप से शामिल होंगे।
सुबह आठ बजे से कार्यक्रम
कार्यक्रम के आयोजन को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के तहसील अध्यक्ष सतनाम सिंह ने बताया है कि मृतक किसानों की आत्मा की शांति के लिए अंतिम अरदास मंगलवार को सुबह आठ बजे से होगी।
जहां पर 8:30 बजे शबद कीर्तन होगा, जो 10:00 बजे तक चलेगा। 10:00 बजे से 2:30 बजे तक श्रद्धांजलि कार्यक्रम होगा। श्रद्धांजलि सभा में सभी को आने की छूट होगी और मंच के सामने बैठना होगा।
तिकुनिया कस्बे से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित ऐतिहासिक कौड़ियाला गुरुद्वारा में अखंड पाठ बीती दस अक्टूबर से शुरू हो गया है, जिसे मंगलवार सुबह 8:00 बजे विराम दिया जाएगा। संवाद
इस बीच मंगलवार को तिकुनिया में होने वाली अंतिम अरदास में शामिल होने के लिए भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत अपने लाव लश्कर के साथ देर शाम तिकुनिया पहुंच गए।
सोमवार की रात आठ बजे तिकुनिया पहुंचे राकेश टिकैत सबसे पहले कौड़ियाला गुरुद्वारे में चल रहे पाठ में पहुंचे, जहां उन्होंने मत्था टेका। इसके बाद उन्होंने मंगलवार को होने वाले कार्यक्रम का जायजा लिया।
कानून के पालन करने की अपील
डीएम डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया ने किसान संगठनों से अपील की गई है कि जो अंतिम अरदास में न आ पाएं वह अपने शहर गांव के गुरुद्वारा जाकर भी अरदास में शामिल हो सकते हैं। सभी से अपील है कि कानून का पालन करें। प्रशासन की तरफ से सीडीओ के नेतृत्व में पांच मजिस्ट्रेट, रैपिड एक्शन फोर्स व पीएसी बल तैनात किया गया है।
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