अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर की करोड़ों की जमीन तहसील से हुई ‘गायब‘, भारत की बेटी को अब सीएम योगी से उम्मीद
पूनम यादव अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत का जाना पहचाना नाम हैं। वे मूल रूप से मैनपुरी की रहने वाली हैं वर्तमान में उनका परिवार आगरा में रहता है। पूनम को भारत सरकार ने उनकी उपलब्धियों के लिए अर्जुन अवार्ड से नवाजा है।
आगरा। पिता को नाज है अपनी बेटी पर लेकिन आगरा प्रशासन से निराश हैं। क्रिकेट खेलती हुई आगरा की बेटी को उन्होंने भारत की बेटी बनते देखा है। बिटिया ने नाम रोशन किया है देश का अंतराष्ट्रीय फलक पर लेकिन वही भारत बेटी आगरा प्रशासन की कारगुजारियों से निराश है। दरअसल उसकी करोड़ों की जमीन आगरा तहसील से गायब हो गई है।
पूनम यादव अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत का जाना पहचाना नाम हैं। वे मूल रूप से मैनपुरी की रहने वाली हैं वर्तमान में उनका परिवार आगरा में रहता है। पूनम को भारत सरकार ने उनकी उपलब्धियों के लिए अर्जुन अवार्ड से नवाजा है। उनके पिता रघुवीर यादव सेना से सेवानिवृत्त हैं। इतनी उपलब्धियां होने के बाद भी यह परिवार आज ठगा महसूस कर रहा है।
दरअसल पूनम यादव ने फतेहाबाद के कुंडौल के पास करीब डेढ़ करोड़ रूपये में जमीन खरीदी थी। इसे आगरा के बुंदू कटरा निवासी कपिल यादव पुत्र वीरेंद्र यादव से खरीदा। पूनम का कहना है कि उन्होंने रजिस्ट्री के बाद जमीन को लेखपाल से दाखिल-खारिज भी कराया। अब आगरा तहसील से जमीन का गाटा संख्या ही गायब है। लेखपाल ने हाथ खड़े कर दिए हैं और प्रशासन उन्हें केवल सांत्वना दे रहा है।
पूनम के पिता का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में कमिश्नर, डीएम और एसडीएम से भी मुलाकात की लेकिन फरवरी से अब तक उन्हें कार्रवाई के नाम पर केवल आश्वासन मिल रहा है। पूर्व सैनिक रघुवीर यादव का आरोप है कि जिस बेटी ने देश का नाम अंतर्राष्ट्रीय फलक पर रोशन किया उसकी की जमीन भू माफिया ने सरकारी मशीनरी से मिलकर कागजों से गायब करा दी है।
सीएम योगी से उम्मीद
क्रिकेटर बेटी के पिता रघुवीर यादव को अब केवल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ से उम्मीद है। उनका कहना है कि जिस जमीन की रजिस्ट्री हुई लेखपाल ने दाखिल-खारिज किया। अब वही लेखपाल इससे इनकार कर रहा है। उन्हें पूरा विश्वास है कि सीएम योगी आदित्यनाथ दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे और उन्हें न्याय मिलेगा।