नीट और जेईई से जुड़ी छात्रों के लिए जरूरी खबर ये है
सरकार का कहना है कि विपक्ष छात्रों को ढाल बनाकर परीक्षा के आयोजन को मुद्दा बना रहा है। जबकि, परीक्षा के लिए डाउनलोड हुए प्रवेश पत्र की संख्या बता रही है कि छात्र परीक्षा देने को तैयार हैं।
नई दिल्ली। देश भर में अगले हफ्ते से शुरू होने जा रही जेईई मेंस परीक्षा और 13 सितंबर को नीट यूजी को लेकर सोशल मीडिया पर हल्ला बोल जारी है। रोज नए ट्रेंड चलाकर परीक्षा के विरोधी सरकार से परीक्षा को टालने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मामले परीक्षा टालने के लिए ट्वीट कर चुके हैं।
विपक्ष के कई सांसदों ने प्रधानमंत्री और शिक्षा मंत्री को परीक्षा के आयोजन में होने वाली परेशानी को बताते हुए परीक्षा टालने की मांग की है। खुद भाजपा के सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी प्रधानमंत्री को परीक्षा टालने के लिए पत्र लिख चुके हैं।
मामले में सरकार का कहना है कि विपक्ष छात्रों को ढाल बनाकर परीक्षा के आयोजन को मुद्दा बना रहा है। जबकि, परीक्षा के लिए डाउनलोड हुए प्रवेश पत्र की संख्या बता रही है कि छात्र परीक्षा देने को तैयार हैं।
इधर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी यानी एनटीए ने जेईई और नीट परीक्षा को लेकर मंगलवार को नया नोटिफिकेशन जारी किया। इसमें एक बार फिर से परीक्षा की तारीख वही बताई गई हैं जो पहले से तय हैं। यानी जेईई मेंस की परीक्षा 1 से 6 सितंबर के बीच और नीट यूजी की परीक्षा 13 सितंबर को होनी है।
एनटीए ने एक बार फिर कहा कि उसने जेईई के 99 प्रतिशत छात्रों को पहली च्वाइस के सेंटर अलाॅट किए हैं। नीट के लिए भी एडमिट कार्ड जल्द जारी किए जाएंगे। जेईई मेंस जो कि कंप्यूटर आधारित टेस्ट है उसके लिए एनटीए ने शिफ्ट को बढ़ाकर 8 से 12 किया है। एक शिफ्ट में 85000 छात्र परीक्षा देंगे।
इसके अलावा जेईई मेंस के लिए सेंटर की संख्या बढ़ाकर 570 से 660 कर दी गई है। वहीं नीट के सेंटर 2546 से बढ़ाकर 3843 किए गए हैं। जेईई मेंस की परीक्षा के दौरान दो छात्रों के बीच एक सीट खाली रहेगी। वहीं नीट में एक कमरे में केवल 12 छात्र ही परीक्षा देंगे।
कमरे में प्रवेश और बाहर आने के लिए अलग-अगल गेट होंगे। एनटीए का कहना है कि अभिभावक भरोसा रखें छात्रों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा।