बंद पड़े बैंक खाते से रुपये निकालने के लिए जाने पूरी प्रक्रिया
भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, अगर कोई ग्राहक अपने बैंक अकाउंट में लगातार 10 साल तक कोई लेन-देन नहीं करता है तो उस अकाउंट में जमा रकम अनक्लेम्ड हो जाता है। बैंकों के पास हर साल इस तरह के रकम बढ़ती जा रही है।
नईदिल्ली। कई बार हम अपने बैंक खाते का कई माह तक लेनदेन नहीं करते है तो हमारा बैंक खाता डॉरमेंट अकाउंट बन जाता है, यानी उस खाते को निष्क्रिय कर दिया जाता है।
अगर आपके साथ भी ऐसा हुआ है तो चिंता करने की कोई बात नहीं है। आप इस बंद पड़े बैंक खाते से भी अपने पैसे निकाल सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ आसान से शर्तों को पूरा करना होगा।
बैंकों के पास इस तरह के खाते में लगातार वृद्धि हो रही है। बैंकों के अनक्लेम्ड रकम में सेविंग्स अकाउंट, करंट अकाउंट, एफडी, आरडी आदि में जमा रकम हो सकता है।
18380 करोड़ बैंक के पास जमा
भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, अगर कोई ग्राहक अपने बैंक अकाउंट में लगातार 10 साल तक कोई लेन-देन नहीं करता है तो उस अकाउंट में जमा रकम अनक्लेम्ड हो जाता है। बैंकों के पास हर साल इस तरह के रकम बढ़ती जा रही है।
वित्त वर्ष 2019 के अंत तक बैंकों में इस तरह की कुल रकम करीब 18,380 करोड़ रुपये हो गई है, जबकि, इसके पिछले वित्त वर्ष में यह रकम 14,307 करोड़ रुपये थी।
इस तरह का सारा पैसा आरबीआई के डिपॉजिटर एजुकेशन एंड अवेयरनेस फंंड में हर महीने ट्रांसफ कर दिया जाता है, नियमों के अनुसार, हर बैंक को अपने वेबसाइट पर अनक्लेम्ड रकम का ब्यौरा देना होता है।
बैंक की वेबसाइट पर जाकर अपने निष्क्रिय अकाउंट के बारे में जानकारी जुटाई जा सकती है, इसके लिए जन्मतिथि, नाम, पैन नंबर, पासपोर्ट नंबर, पिनकोड ओर टेलीफोन नंबर आदि की मदद से सर्च कर सकते हैं.
बैंकिंग मामले के जानकारों का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के चलते बैंकों ने ग्राहकों कई तरह की सुविधाएं देनी शुरू किया है. बैंकों ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि ऐसी कठिन परिस्थिति में लोगों को बैंकिंग सेवांए सुचारु रूप से मिलती रहें।
बैंक अब ग्राहकों को निष्क्रिय अकाउंट को फिर से सक्रिय करने का मौका दे रहे हैं, इसके लिए नजीदीकी बैंक ब्रांच से संपर्क किया जा सकता है।
यह है प्रक्रिया
उपभोक्ता का अगर बैंक खाता निष्क्रिय हो गया है तो उसे सक्रिय कराने के लिए सिर्फ आपकों संबंधित ब्रांच को एक मेल भेजकर अपनी समस्या से अवगत कराना होगा। इस मेल में आपको बैंक से अपने निष्क्रिय खाते को सक्रिय करने के लिए अनुरोध करना होगा।
इसके बाद आपका बैंक खाता फिर से सक्रिय कर दिया जाएगा। इसके लिए आपको अपने पहचान पत्र, पता आदि के प्रूफ भेजना होगा, आपके द्वारा आवेदन भेजे जाने के चंद दिनों के अंदर ही बैंक आपके अकाउंट को फिर सक्रिय यानि रिएक्टिवेट कर देगा।
हालांकि, इस समय साइबर क्राइम के बढ़ते मामले को देखते हुए कई बैंक रिमोटली केवाईसी अपडेट करने से मना भी कर सकते हैं।ऐसी स्थिति में बैंक चाहते हैं अकाउंटहोल्डर खुद ही बैंक ब्रांच जाकर अपने निष्क्रिय अकाउंट को एक्टिवेट कराएं, वरिष्ठ नागरिकों के लिए अपने ही एरिया के ब्रांच में जाना होगा।
डोरस्टेप सर्विस की भी सुविधा मिलती है,. डोरस्टेप सर्विस में संबंधित ऑफिशियल्स क्लांइट के घर जाकर केवाईसी अपडेट करते हैं। अगर कोई अकाउंटहोल्डर किसी दूसरे शहर में रहता तो भी वो अपने मौजूदा लोकेलिटी में नजदीकी ब्रांच में जाकर केवाईसी अपडेट करा सकता है।