आगरा सिटी रेलवे स्टेशन को रेल संग्रहालय और हेरिटेज दर्जा दिलाने पीएमओ को लिखी चिट्ठी
गुजराती कारीगरों के बनाए आगरा सिटी रेलवे स्टेशन की जर्जर इमारत की मरम्मत पर रेलवे 76 लाख रुपये खर्च करेगा। जर्जर हो चुके भवन, दीवारें और यात्री प्रतीक्षालय की मरम्मत कराई जा रही है। राजा की मंडी ट्रैक पर अंधेरी सुरंग के दोनों किनारों से मलबा, झाड़ियों को भी साफ कराने का काम होगा।
आगरा। ताजनगरी आगरा में 118 साल पहले बने आगरा सिटी रेलवे स्टेशन को हेरिटेज का दर्जा देने और रेल संग्रहालय के रूप में तैयार करने की मांग पीएमओ और रेलवे मंत्रालय से की गई है।
नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स के साथ शहर की अन्य व्यापारिक और सामाजिक संस्थाओं ने भी सिटी स्टेशन को विरासत के रूप में सहेजने और संग्रहालय में रेलवे का इतिहास बयां कराने के लिए व्यवस्थाएं करने की मांग उठाई है। ताकि यहां आने वाले लोग यहां के वैभवशाली इतिहास को जान सकें।
समाजसेवी राजीव सक्सेना ने भी पीएमओ को ऑनलाइन हेरिटेज स्टेशन बनाने के प्रस्ताव को भेजा है। रेल मंत्रालय ने इस मामले पर अभी उन्हें कोई जवाब नहीं दिया है। चैंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल के मुताबिक रेलवे सिटी स्टेशन को धरोहर के रूप में दर्जा दे और सघन पौधारोपण के साथ म्यूजियम में बदले। दिल्ली में हर स्तर पर इस मांग को उठाएंगे।
गुजराती कारीगरों के बनाए आगरा सिटी रेलवे स्टेशन की जर्जर इमारत की मरम्मत पर रेलवे 76 लाख रुपये खर्च करेगा। जर्जर हो चुके भवन, दीवारें और यात्री प्रतीक्षालय की मरम्मत कराई जा रही है। राजा की मंडी ट्रैक पर अंधेरी सुरंग के दोनों किनारों से मलबा, झाड़ियों को भी साफ कराने का काम होगा।
आयुर्वेदिक पार्क विकसित करने का प्रस्ताव
आगरा सिटी रेलवे स्टेशन को हेरिटेज स्टेशन का दर्जा देने के साथ यहां खाली पड़ी 4 हेक्टेयर जमीन पर आयुर्वेदिक औषधियों का पार्क विकसित करने की मांग लोकस्वर संस्था ने की है। अध्यक्ष राजीव गुप्ता के मुताबिक रेल मंत्रालय से उनकी मांग है कि आयुर्वेदिक दवाओं में काम आने वाले पौधों को यहां लगाया जाए। इस जमीन पर पौधारोपण शहर के पर्यावरण को फायदा होगा।
शहर की यह धरोहर सहेजी जाए
इस विषय में गोविंद अग्रवाल अध्यक्ष आगरा मंडल व्यापार संगठन का कहना है कि 100 साल तक आगरा सिटी स्टेशन ताजनगरी के हर घर से जुड़ा रहा है। यह धरोहर है और उसी रूप में सहेजी जाए। रेलवे यहां म्यूजियम बनाए ताकि रेलवे के 150 साल के इतिहास से इस क्षेत्र के लोग रूबरू हो सकें। यहां पर्यटक भी खूब आएंगे। इससे यहां के लोगों को फायदा होगा, रोजगार में भी वृद्धि होगी।
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