गायत्री प्रजापति की जमानत मामले में पुलिस का बड़ा एक्शन, लापरवाही पर इंस्पेक्टर समेत दो सस्पेंड
सपा सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति पर नाबालिग युवती के साथ यौन शोषण का आरोप लगा था। इस पर तत्कालीन सरकार उन पर कार्रवाई करने से बचती रही।
लखनऊ। यौन शोषण, रेप और पाॅक्सो जैसे मामलों में जेल में बंद सपा सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति को जमानत मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई है। लखनऊ के पुलिस कमिश्नर ने इंस्पेक्टर गौतमपल्ली सहित एक और इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है।
बता दें कि सपा सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति पर नाबालिग युवती के साथ यौन शोषण का आरोप लगा था। इस पर तत्कालीन सरकार उन पर कार्रवाई करने से बचती रही। बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ और गायत्री प्रजापति को जेल जाना पड़ा।
हाल ही में उसे जमानत मिलने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। इतने गंभीर आरोपों के बाद भी जमानत मिलना किसी को गले नहीं उतर रहा था। मामले में पीड़िता के वकील दिनेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि गायत्री प्रजापति ने करोड़ों की बेनामी संपत्ति को पीड़िता को बिना पेमेंट के ट्रांसफर करके अपने विरुद्ध दायर रेप और पोक्सो जैसे जघन्य मुकदमों को वापस लेने को कहा।
इसके अलावा वकील ने गायत्री प्रजापति और पीड़िता के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी देने जैसे आरोप भी लगाए हैं। बता दें कि पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति और अन्य के खिलाफ दायर याचिका पर उच्चतम न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ था।बीते शुक्रवार को उन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच से 2 महीने अंतरिम जमानत मिली है।
ऐसे में लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने मामले में हीलाहवाली और राम सिंह गिरफ्तारी प्रकरण में बिना पर्याप्त सबूत के कार्रवाई करने पर एसएचओ गौतम पल्ली सहित दो इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है।