लखनऊ: भर्ती पर ढुलमुल सरकारी रवैये से आक्रोशित अभ्यर्थियों का फूटा गुस्सा, यूं भरी हुंकार
अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि 2015 में 34716 पदों पर भर्ती आई थी। उसको अभी तक पूरा नहीं किया गया है। इसमें से अभी भी 3528 पद रिक्त बच गए हैं। बताया गया कि इनको ही भरने की मांग चल रही है। प्रदर्शनकारियों के मुताबिक अभी भी वह लोग इसी भर्ती को भरने की मांग कर रहे है। बताया गया कि सरकार अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है।
लखनऊ। पुलिस भर्ती मामले में विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसको लेकर अभ्यर्थियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। आक्रोशित अभ्यर्थी बुधवार को एक बार फिर पदों पर भर्ती की मांग को लेकर सड़क पर उतरे और अपनी मांगों के समर्थन में हुंकार भरते हुए अपनी आवाज बुलंद की। दरअसल आज भारी तादात में एकजुट हुए पुलिस भर्ती अभ्यर्थियों ने चारबाग में जबरदस्त प्रदर्शन किया।
इस दौरान यहां नाराज अभ्यर्थियों ने चारबाग जंक्शन का घेराव करते हुए जोरदार नारेबाजी भी की। इस दौरान अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि 2015 में 34716 पदों पर भर्ती आई थी। उसको अभी तक पूरा नहीं किया गया है। इसमें से अभी भी 3528 पद रिक्त बच गए हैं। बताया गया कि इनको ही भरने की मांग चल रही है। प्रदर्शनकारियों के मुताबिक अभी भी वह लोग इसी भर्ती को भरने की मांग कर रहे है।
बताया गया कि सरकार अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है। जिस पर ऐसे अभ्यर्थियों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। वहीं प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार के लोग केवल आश्वासन देने के काम करते है। मगर उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हो रही है। उन लोगों ने कहा कि जल्द ही मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
वहीं अभ्यर्थियों की मांग है कि इस भर्ती को तत्काल पूरा किया जाए। बताया गया कि सैकड़ों परिवारों की आस इस भर्ती से जुड़ी हुई है। अभ्यर्थियों के मुताबिक सरकार की जिम्मेदारी है कि इसमें आने वाली अड़चनों को दूर किया जाए। इससे पहले यहां पुलिस भर्ती से जुड़े युवा बड़ी संख्या में चारबाग रेलवे स्टेशन पर लगातर एकजुट हो रहे। युवाओं का दावा है कि यहां अभ्यर्थी प्रदेश भर से एकजुट हो रहे हैं।
बताया गया कि अभ्यर्थी चारबाग रेलवे स्टेशन पर ही धरने पर बैठ गए हैं। जानकारी के मुताबिक यहां बड़ी संख्या महिलाएं भी पहुंची। प्रदर्शन करने पहुंची सुनिता के मुताबिक वह लोग कई बार आंदोलन के लिए यहां लखनऊ आ चुके हैं। बावजूद उसके कोई कार्रवाई नहीं होती है। बताया गया कि इसका नुकसान भाजपा सरकार को आने वाले चुनावों में झेलना होगा।
कहा गया कि पूरे प्रदेश में कोई ऐसी भर्ती नहीं, जिसमें गड़बड़ी नहीं हुई है। महिला अभ्यर्थियों के मुताबिक अब आरपार की लड़ाई होगी। उनके मुताबिक जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाएगा, तब तक वह अपने आन्दोलन पर इसी तरह डटे रहेंगे।