लखनऊ: संदिग्ध हालात में दोस्त के घर मिला आईटीबीपी जवान का शव,हत्या की आशंका
इंस्पेक्टर मोहनलालगंज ने बताया कि मूल रूप से राजस्थान शेखपुर अलवर निवासी मनोज का शव मऊ के अतरौली बाइपास मार्ग पर स्थित मुर्गा फार्म के निकट शैलेंद्र तिवारी निर्माणाधीन मकान में पड़ा मिला था। घटना स्थल के पास ही रहने वाले मनोज के दोस्त अरुण यादव ने बताया कि मनोज से उनकी लखनऊ में तैनाती के दौरान दोस्ती हुई थी।
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में मोहनलालगंज थाना क्षेत्र स्थित मऊ गांव में बुधवार रात एक आईटीबीपी जवान का शव मिला। जवान का शव एक निर्माणाधीन मकान में पड़ा मिला। आईटीबीपी जवान मनोज कुमार यादव के शव के पास जहर की तीन पुड़िया पड़ी मिली।
वह मंगलवार को दोस्त के घर मिलने आया हुआ था और गुरुवार को कानपुर में ड्यूटी ज्वाइन करनी थी। पुलिस मृतक के दोस्त के गोलमोल जवाब देने से घटना को संदिग्ध मान रही है। परिजनों के हत्या की आशंका जताने पर पुलिस ने देर रात मनोज के दोस्त उसकी पत्नी समेत तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी।
पत्नी ने जताई हत्या की आशंका
इंस्पेक्टर मोहनलालगंज दीनानाथ मिश्रा ने बताया कि मूल रूप से राजस्थान शेखपुर अलवर निवासी मनोज का शव मऊ के अतरौली बाइपास मार्ग पर स्थित मुर्गा फार्म के निकट शैलेंद्र तिवारी निर्माणाधीन मकान में पड़ा मिला था।
घटना स्थल के पास ही रहने वाले मनोज के दोस्त अरुण यादव ने बताया कि मनोज से उनकी लखनऊ में तैनाती के दौरान दोस्ती हुई थी। इसी के चलते मंगलवार घर मिलने आए थे। बुधवार दोपहर को बैंक व कुछ खरीदारी करने की बात कह निकले थे।
देर शाम तक न आने पर फोन किया तो उन्होंने अधिक शराब पीने की बात कहते हुए घर के पास ही सड़क किनारे पड़े होने की बात बताई। इसके चलते एक रिश्तेदार को मनोज को खोजने के लिए भेजा। जिसने घर आकर बताया कि मनोज का शव घर के पास एक मकान में पड़ा है।
जिसके बाद पुलिस को सूचना दी। इसके साथ ही मनोज के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई। मनोज की पत्नी मिनाक्षी व परिजनों ने उनकी हत्या की आशंका जताई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पीएम रिपोर्ट से खुलेंगे कई राज
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आईटीबीपी की जावन को किसी परिचित ने शराब में धोखे से जहर मिलाकर पिला दिया। उसके बाद आत्महत्या का रूप देने के लिए जहर की पुड़िया डाल दी। जिस पर जहर लिखा था। यदि वह आत्महत्या कहता तो सभी पुड़िया घोलकर शराब में पी जाता और दोस्त को फोन पर अधिक शराब पीने की जानकारी देने की जगह आत्महत्या करने की बात कहता।
मौके से मिले मनोज के मोबाइल को फोन को कब्जे में ले लिया गया है। उसकी कॉल डिटेल के लिए सर्विलांस टीम को भेजा गया है। जिससे उसकी मौत से जुड़े कई राज सामने आने की संभावना है। वहीं पोस्टमार्टम में मौत की सही वजह का खुलासा हो जाएगा। वहीं जवान की मौत से उसके परिवार में कोहराम मच गया। परिजन सूचना मिलते ही राजस्थान से उन्नाव के लिए निकल पड़ें।
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