लखनऊ: गृहक्लेश में व्यवसायी ने पत्नी की हत्याकर खुद को गोली मारी, आठ वर्षीय बेटा सदमे में
मृतक के छोटे भाई तरुण ने बताया कि वह अलीगंज में रहते हैं। जबिक भाई राजेश, भाभी श्वेता, बेटे यश, मां दया देवी और पिता चंद्रमल बलेचा मानस विहार में किराए पर रहते हैं। भाई मानस विहार तिराहे पर बेकरी चलाते थे। मां दया देवी और भतीजा यश बेकरी पर थे। पिता मंदिर गए थे, जबकि भाई और भाभी घर पर थे। भाई के बेकरी जाने का शाम का समय है।
लखनऊ। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पाश इलाके इंदिरानगर के मानस विहार में रहने वाले एक बेकरी व्यवसायी 37 वर्षीय राजेश बलेचा ने 34 वर्षीय पत्नी श्वेता बलेचा की मंगलवार शाम को गोली मार कर हत्या कर दी। इसके बाद खुद को गोली मारकर जान दे दी।
दोनों का फोन नहीं उठने पर छोटा भाई तरुण अलीगंज से घर पहुंचा तो उसे कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। दरवाजा न खुलने पर उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पहुंचकर दरवाजा तोड़ा तो कमरे में दोनों के खून से लपथपथ शव पड़े मिले।
पुलिस को मौके से एक अवैध पिस्टल भी बरामद हुई है। पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने फोरेंसिक एक्सपर्ट से घटना स्थल का निरीक्षण कराया। पुलिस की पड़ताल में पारिवारिक विवाद और गृह कलह की बात सामने आयी है।
किराए के मकान में रहता था परिवार
मृतक के छोटे भाई तरुण ने बताया कि वह अलीगंज में रहते हैं। जबिक भाई राजेश, भाभी श्वेता, बेटे यश, मां दया देवी और पिता चंद्रमल बलेचा मानस विहार में किराए पर रहते हैं। भाई मानस विहार तिराहे पर बेकरी चलाते थे। मां दया देवी और भतीजा यश बेकरी पर थे।
पिता मंदिर गए थे, जबकि भाई और भाभी घर पर थे। भाई के बेकरी जाने का शाम का समय है। जब भाई बेकरी नहीं पहुंचे तो मां ने फोन मिलाया। फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद भाभी को फोन किया। उन्होंने भी फोन रिसीव नहीं किया।
अंदर से बंद था कमरे का दरवाजा
तरुण ने बताया कि मां ने उन्हें फोन किया तो वह भागता हुआ भाई घर पहुंचा। वहांं भाई के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। पिछले दरवाजे पर पहुंचे तो वह भी बंद मिला काफी देर तक खटखटाते रहे कोई उत्तर नहीं मिला। पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी।
इंस्पेक्टर इंदिरानगर रामफल प्रजापति पहुंचे। दरवाजा तोड़ा गया तो राजेश और श्वेता के शव कमरे में खून से लथपथ मिले। इंस्पेक्टर ने बताया कि मौके के एक पिस्टल बरामद हुई है। 10 साल पहले दोनों का विवाह हुआ था। दोनों के बीच अकसर झगड़ा होता रहता था। अनुमान है कि गृह कलह से त्रस्त होकर राजेश ने पहले श्वेता को गोली मारी इसके बाद खुद को। घरवालों ने अभी कोई तहरीर नहीं दी है।
पत्नी के सिर में मारी गोली
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बेकरी व्यवसायी ने पत्नी के पीछे सिर पर गोली मारी। पुलिस को आशंका है। दोनों के बीच पहले विवाद हुआ। इसके बाद राजेश ने एकाएक श्वेता के सिर पर पीछे से गोली मार दी। इसके बाद उन्होंने अपनी कपनटी पर सटाकर गोली मारी। अधिक खून बहने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, फोरेंसिक एक्सपर्ट का भी यही मानना है।
हादसे में दहशत में बेटा
जैसे ही माता-पिता की मौत की सूचना राजेश के आठ साल के बेटे यश को हुई तो सदमे में है। परिवारीजन ने बताया कि राजेश अपने बेटे यश से बहुत प्यार करते थे। यश भी उन्हें बहुत चाहता था। पिता और मां की एक साथ मौत से वह गहरे सदमे में है। घरवालों ने यश को समझा-बुझाकर किसी तरह शांत कराया।
राजेश और श्वेता के बीच जब भी झगड़ा होता था तो यश उन्हें समझाकर शांत कराने का प्रयास करता था।घटना की जानकारी जब मंदिर से लौटे राजेश के पिता चंद्रमल को हुई तो आनन फानन घर पहुंचे। पिता मां दया देवी की हालत बिगड़ गई। चंद्रमल एकाएक अचेत होकर गिर पड़े।
तरुण और आस पड़ोस के लोगों ने उन पर पानी की छीटें डालकर समझा-बुझाकर किसी तरह शांत कराया। तरुण ने बताया कि मम्मी और पापा दोनों भाई राजेश को बहुत चाहते थे। इस लिए वह उन्हीं के परिवार के साथ रहते थे।
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