लखनऊ:सीएम योगी की ग्राम प्रधानों से अपील, आप गांव के अभिभावक, हर मतदाता को बूथ तक लाएं
प्रदेशभर के 58,189 ग्राम प्रधानों से रविवार को हुए वर्चुअल संवाद में सीएम योगी आदित्यनाथ ने ग्राम पंचायतों को देश-प्रदेश के समृद्धि की धुरी करार देते हुए पंचायतों को और अधिकार संपन्न करने की जरूरत बताई।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम प्रधानों से वर्चुअल संवाद किया। सीएम ने प्रधानों को कोरोना से लड़ाई के प्रति जिम्मेदारी का अहसास कराया,इसके साथ ही विधानसभा चुनाव में उनकी भूमिका बताते हुए अपनी सरकार के प्रमुख हितकारी निर्णय भी याद दिलाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधान गांव के अभिभावक होते हैं, आपकी जिम्मेदारी है कि प्रत्येक मतदाता को बूथ तक लेकर आएं। वहीं, प्रधानों ने भी उन पर भरोसा जताया और बोले कि योगी के नेतृत्व में हम सर्वोत्तम प्रदेश बनाएंगे।
ग्राम प्रधान विकास की धूरी
प्रदेशभर के 58,189 ग्राम प्रधानों से रविवार को हुए वर्चुअल संवाद में सीएम योगी आदित्यनाथ ने ग्राम पंचायतों को देश-प्रदेश के समृद्धि की धुरी करार देते हुए पंचायतों को और अधिकार संपन्न करने की जरूरत बताई।
सीएम ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने ग्राम पंचायतों को न केवल वित्तीय रूप से सशक्त बनाया, बल्कि गांवों में अवस्थापना विकास और पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशासनिक अधिकार देकर मजबूत भी बनाया।
गांव की जरूरत और पंचायत प्रतिनिधियों की भावनाओं के अनुरूप विधानसभा चुनाव के बाद भी पंचायतों के सशक्तिकरण का यह काम जारी रहेगा। यह स्वावलंबी, सशक्त और आधुनिक पंचायतें नए यूपी की पहचान होंगी। कोरोना की अब तक की लड़ाई में निगरानी समिति के मुखिया के रूप में प्रधानों की भूमिका की सराहना के साथ तीसरी लहर में उन्हें जिम्मेदारी का अहसास भी कराया।
मुख्यमंत्री ने पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मेलन की याद दिलाते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने पंचायत प्रतिनिधियों के मानदेय में वृद्धि की बात भी दोहराई। ग्राम पंचायत कोष के गठन की याद दिलाई। कहा कि सरकार का यह निर्णय पंचायत प्रतिनिधियों के प्रति सम्मान है। सरकार द्वारा गांवों के विकास के लिए शुरू किए गए कार्यों का भी उल्लेख किया।
बिजनौर से प्रधान राहुल ने कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड से गांव के विकास की कोशिश की जानकारी दी तो लखनऊ से वीरेंद्र शुक्ला ने सीएम के मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया। चंदौली से नीलम ओहारी ने गांव में जारी मनरेगा और कायाकल्प मिशन का अपडेट मुख्यमंत्री को दिया। मेरठ से परमेंदर ने सशक्त ग्राम पंचायतों से बदल रही तस्वीर का बयान किया।
मुख्समंत्री ने 'मेरा गांव, कोरोना मुक्त गांव' का लक्ष्य हासिल करने के लिए ग्राम प्रधानों से सहयोग भी मांगा। उन्होंने कहा कि यूपी ने कोविड प्रबंधन का जो माडल दिया, उसे आज पूरी दुनिया सराह रही है। इस काम में ग्राम पंचायतों में गठित निगरानी समितियों की भी अहम भूमिका रही है
आज उस स्थिति में हैं, जहां सजगता, सतर्कता, सावधानी बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान के रूप में आप सभी अपने-अपने गांव के अभिभावक हैं और निगरानी समितियों के अध्यक्ष हैं। निगरानी समितियों ने अब तक बहुत अच्छा काम किया है। वही काम एक बार फिर करना है।
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