लखनऊ:कोरोना ने बढ़ाई चिन्ता,एसजीपीजीआई में 30 मार्च से बदल जाएगी ये व्यवस्था
लखनऊ स्थित पीजीआई में 30 मार्च से ई- ओपीडी दोबारा शुरू हो जाएगी। बताया गया कि ई-ओपीडी में प्रतिदिन 20 नए मरीजों तथा 30 पुराने मरीजों को देखा जाएगा। जानकारी के मुताबिक लखनऊ के पीजीआई में 30 मार्च से शुरू हो रही ई- ओपीडी में इलाज के लिए आए मरीज के साथ केवल एक ही तीमारदार को प्रवेश मिलेगा।
लखनऊ। कोरोना संक्रमण के बढ़ते केस के कारण सभी की चिन्ताएं बढ़ी गई है। इससे निपटने को हर स्तर पर तेजी से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। इसी क्रम में लखनऊ स्थित पीजीआई में 30 मार्च से ई- ओपीडी दोबारा शुरू हो जाएगी। बताया गया कि ई-ओपीडी में प्रतिदिन 20 नए मरीजों तथा 30 पुराने मरीजों को देखा जाएगा।
जानकारी के मुताबिक लखनऊ के पीजीआई में 30 मार्च से शुरू हो रही ई- ओपीडी में इलाज के लिए आए मरीज के साथ केवल एक ही तीमारदार को प्रवेश मिलेगा। बताया गया कि मरीज के साथ जो भी व्यक्ति आएगा, उसे कोरोना जांच करवाना अनिवार्य होगा। बिना जांच कराए किसी भी व्यक्ति को ओपीडी में प्रवेश नहीं मिलेगा।
बताते चलें कि यूपी में कोरोना के एक्टिव केस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार पूरी तरह सतर्क हो गई है। इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार देर शाम लखनऊ में हाई लेवल बैठक भी बुलाई है। दरअसल यूपी के सभी 75 जिले अब कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।
राज्य में एक्टिव केस 53 प्रतिशत तक बढ़ चुके हैं। वहीं कोरोना वायरस का संक्रमण राज्य के 16 जिलों में काफी तेजी से बढ़ रहा है। राजधानी लखनऊ में तो हर दिन केस की संख्या में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। बाकी महीनों के मुकाबले मार्च में केस दोगुने बढ़ हो गए हैं।
उधर बुधवार को कोरोना के चलते यहां पांच लोगों ने दम तोड़ा था। वहीं अब प्रदेश में करीब 4,388 एक्टिव केस हैं।
इन बातों का रखना होगा ध्यान
1. बाह्य रोगी विभाग में परामर्श के लिए आने वाले रोगी और उसके एक परिजन की कोविड (आर टी पी सी आर) रिपोर्ट नेगेटिव होनी चाहिए। 2. ओपीडी में प्रति विभाग 20 नए रोगी तथा 30 पुराने मरीज ही देखे जाएंगे। 3. रोगियों के संपर्क में आने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को सामाजिक दूरी बनाए रखना, मास्क का प्रयोग और नियमित हाथ धोते रहना जैसे प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी होगा। 4. वार्ड में पहले की तरह रोगी की भर्ती से पूर्व रोगी और एक परिजन का कोविड 19 आर टी पी सी आर परीक्षण जरूरी होगा। 5. ओ0 पी0 डी0, लैब और वार्ड में रोगी के साथ एक ही परिजन को इंट्री की अनुमति होगी। 6. पूर्व की भांति नए और पुराने रोगियों के लिए ई—ओपीडी के लिए चिकित्सकीय परामर्श को प्राथमिकता दी जाएगी।
ये हैं आवश्यक दिशा—निेर्देश
ई—ओपीडी के लिए बातचीत करके ओपीडी में दिखाने की तिथि प्राप्त करनी होगी । यह व्यवस्था नए और पुराने दोनों ही मरीजों के लिए रहेगी।
1. ई— ओपीडी के फोन नंबर संस्थान की वेबसाइट www.sgpgi.ac.in पर देंखे। 2. रोगी अपना ऑनलाइन पंजीकरण और भुगतान करें। 3. निर्धारित दिनांक पर नए ओपीडी ब्लाक के प्रवेश द्वार पर मौजूद सिक्योरिटी गार्ड को अपनी और परिजन की कोविड नेगेटिव रिपोर्ट चेक कराएं। 4. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और ऑनलाइन भुगतान की रसीद दिखा कर ओपीडी में इंट्री करें । 5. ओपीडी में इंट्री कर रजिस्ट्रेशन काउंटर पर सीआर नंबर प्राप्त करें। 8. इसके बाद ही अपनी ओ पी डी में प्रवेश करें।