लखनऊ: कोरोना संक्रमित मरीज ने पीजीआई की चौथी मंजिल से कूदकर दे दी जान
बीते 18 अप्रैल को कमल किशोर की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी। इसके बाद से उसका पीजीआई के कोविड—19 हास्पिटल में इलाज चल रहा था। उधर इंस्पेक्टर पीजीआई थाना आनंद शुक्ला के अनुसार कमल किशोर पुत्र मनोहर लाल मूल रूप से सीतापुर बिसवां के निवासी थे। लगभग तीन वर्ष से उन्हें किडनी की समस्या थीं। बताया गया कि दोनों किडनी खराब थीं। पीजीआइ में ही उनकी डायलिसिस चल रही थी।
लखनऊ। कोरोना के कहर के बीच यूपी की राजधानी से दुखद खबर सामने आई है। यहां एक कोरोना संक्रमित मरीज ने पीजीआई की छत से कूदकर अपनी जान दे दी। जानकारी के मुताबिक गुरूवार की दोपहर यहां पीजीआई में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज कमल किशोर (35) ने कोरोना के यहां की चौथी मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी।
बताया गया कि बीते 18 अप्रैल को कमल किशोर की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी। इसके बाद से उसका पीजीआई के कोविड—19 हास्पिटल में इलाज चल रहा था। उधर इंस्पेक्टर पीजीआई थाना आनंद शुक्ला के अनुसार कमल किशोर पुत्र मनोहर लाल मूल रूप से सीतापुर बिसवां के निवासी थे। लगभग तीन वर्ष से उन्हें किडनी की समस्या थीं।
बताया गया कि दोनों किडनी खराब थीं। पीजीआइ में ही उनकी डायलिसिस चल रही थी। बताया गया कि इस दरम्यान बीते 18 अप्रैल को उनकी जांच हुई तो कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी। जिसके बाद से पीजीआई के ही कोविड हास्पिटल में उनका इलाज चल रहा था। बताया गया कि गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे कमल किशोर ने चौथे तल से छलांग लगा दी।
जिसके बाद यहां हड़कंप मच गया। बताया गया कि यह देख कर्मचारी और वार्ड में भर्ती लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। जब तक कर्मचारी और मेडिकल स्टाफ भागकर नीचे पहुंचा। नीचे खून से लथपथ हालत में कमल किशोर पड़े थे। बताया गया कि आनन फानन डाक्टरों ने उनकी जांच की तो पता चला कि उनकी सांसे थम चुकी थीं।
इधर अस्पताल प्रशासन ने मामले की जानकारी कमल किशोर के परिवारीजनों को दी है। बताया गया कि उनके परिजन अपने पैतृक आवास से चल चुके हैं। कहा गया कि उनके आने पर ही कुछ और भी जानकारी हो सकेगी। दरअसल कमल किशोर अस्पताल में अकेले ही थे। उनके घर का कोई सदस्य भी घटना के समय उनके साथ मौजूद नहीं था।