लखनऊ: कोरोना ने ले ली पोस्टमैन की जान, दफ्तर में अन्य कर्मचारियों में खौफ

टीम भारत दीप |

उसकी मौत के बाद उसके दफ्तर के लोगों में भी भय का माहौल बना हुआ है।
उसकी मौत के बाद उसके दफ्तर के लोगों में भी भय का माहौल बना हुआ है।

एक पोस्‍टमैन की कोरोना संक्रमण ने जान ले ली है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये खतरा कितना बड़ा हो सकता है। इससे पूर्व भी सामुदायिक संक्रमण के कई मामले में राजधानी में सामने आ चुके हैं। वहीं मान्‍यता प्राप्‍त संवाददाता समिति के चुनाव को लेकर भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला जिसमें 10 संवाददाता और उनके परिवार के लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।

लखनऊ। कोरोना संक्रमण को लेकर भय का माहौल फिर से बनने लगा है। हालांकि प्रशासन संक्रमण से लड़ने को पहले से ही कमर कसे हुए है। इसी बीच एक दुखद खबर आई है। जानकारी के मुताबिक एक पोस्‍टमैन की कोरोना संक्रमण ने जान ले ली है।  इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये खतरा कितना बड़ा हो सकता है।

इससे पूर्व भी सामुदायिक संक्रमण के कई मामले में राजधानी में सामने आ चुके हैं। वहीं मान्‍यता प्राप्‍त संवाददाता समिति के चुनाव को लेकर भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला जिसमें 10 संवाददाता और उनके परिवार के लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।

इधर बताया गया कि अब एक पोस्‍टमैन में गंभीर कोरोना संक्रमण भी बड़े इलाके में लोगों को प्रभावित कर सकता है। इसकी आशंका को लेकर स्‍वास्‍थ्‍य महकमा और जिला प्रशासन मुस्तैद हो गया है। जानकारी के मुताबिक कोरोना संक्रमण के चलते पोस्टमैन विश्वनाथ की मौत हो गई है।

विश्‍वनाथ नाम के डाकिये को कोविड जांच के बाद हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। दरअसल 55 वर्षीय पोस्टमैन विश्वनाथ राजाजीपुरम के आवास विकास पोस्ट ऑफिस में लंबे समय से कार्यरत था। बताया गया कि उसकी मौत के बाद उसके दफ्तर के लोगों में भी भय का माहौल बना हुआ है।

बताया गया कि कोरोना से मौत के बाद भी दफ्तर को बंद नहीं किया गया है। इसकी वजह से ऑफिस के कर्मचारियों में काफी गुस्सा बताया जा रहा है। वहीं यह भी आशंका जताई जा रही है कि इस पोस्‍टमैन ने जहां जहां चिट्ठी बांटी हैं, उनके ऊपर भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है। ऐसे में कांट्रैक्ट ट्रेसिंग की जरूरत भी बताई जा रही है।


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