लखनऊ: अब से बिना मास्क मस्जिदों में नहीं मिलेगी इंट्री
राजधानी लखनऊ में इस दिशा में एक पहल शुक्रवार को देखने में मिली। जानकारी के मुताबिक यहां मस्जिदों में इंट्री के लिए मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है। बताया गया कि शुकवार को जुमे की नमाज़ में शहर की मस्जिदों में आने वाले नमाज़ियों के लिए मस्जिद प्रबधन कमेटियों द्वारा मास्क अनिवार्य कर दिया गया।
लखनऊ। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच लगातार बढ़ रहे संक्रमण के मामलों के बीच पाबंदियों का दौर एक बार फिर शुरू हो चुका है। कोरोना पर नकेल कसने को शासन—प्रशासन की ओर से तमाम तरह के उपाए भी किए जा रहे है। इसी बीच सामाजिक दौर पर भी लोगों में जागरूकता फैलाने के साथ कई तरह के प्रयास हो रहे है।
इस देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस दिशा में एक पहल शुक्रवार को देखने में मिली। जानकारी के मुताबिक यहां मस्जिदों में इंट्री के लिए मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है।
बताया गया कि शुकवार को जुमे की नमाज़ में शहर की मस्जिदों में आने वाले नमाज़ियों के लिए मस्जिद प्रबधन कमेटियों द्वारा मास्क अनिवार्य कर दिया गया। बताया गया कि बुलाकी अडडे की बड़ी मस्जिद में जुमे की नमाज़ में आने वाले नमाज़ियों को मास्क वितरण कर बिना मास्क के मस्जिद में इन्ट्री पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया।
इस बारे में मस्जिद के इमाम मौलाना मोहम्मद आरिफ नदवी ने नमाज़ियो से कहा कि अब से बिना मास्क के मस्जिद में आने वाले नमाज़ियों को कतई प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त बताया गया कि जुमे की नमाज़ में आए नमाज़ियों से यहां सोशल डिस्टेंसिंग को दृष्टिगत करते हुए नमाज़ अदा करने के लिए कहा गया।
गौरतलब है कि यहां अप्रैल की शुरूआत से ही कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से बेताहाशा बढ़ोत्तरी देखी गई है। उधर देश—प्रदेश और शहर की जनता पर लाक डाउन जैसे सख्त नियम का बोझ फिलहाल सरकार ने नहीं डाला है।
ऐसे में कहा जा रहा है कि यदि लोगों ने कोरोना से बचने के लिए स्वयं एहतियात न बरतते हुए लापरवाही दिखाई तो मुमकिन है कि सरकार को और भी कड़ा कदम उठाने को मजबूर हो जाए। बताया गया कि मस्जिद के इमामों ने छोटे बच्चों और बुज़ुर्गो से घर में ही नमाज़ अदा करने की अपील भी की है।
इस क्रम में बुलाकी अडडा बड़ी मस्जिद प्रबन्धन कमेटी के सदस्य तौहीद सिददीकी ने शहरवासियो से अपील की है कि कोरोना वायरस को गम्भीरता से लेते हुए इसके खतरे को महसूस करे और खुद को सुरक्षित करते हुए अपने घर परिवार व आसपास के लोगो को भी सुरक्षित करें।
उनके मुताबिक ऐसे लोग जो समाज सेवा से जुड़े है और संकट की घड़ी मेें अगली पंक्ति में आकर लोगों का सहयोग करने की अपील की।