लखनऊ: दफ्तर से गुल,तनख्वाह लेंवे फुल, अब नहीं चलेगा, 8 कर्मचारी बर्खास्त
इसकी औपचारिक जानकारी मंगलवार को दी गई। बताया गया कि ऐसे कर्मचारियों को लेकर अब प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई का मन बनाया है। बताया गया रहा है कि ऐसे और भी लोगों का ब्योरा जुटाने की तैयारी है जो इस तरह की हरकत करते हैं। बताया गया कि प्राधिकरण ऐसे लोगों की तलाश में जुट गया है जो केवल कागजों में उपस्थित दर्ज करा दफ्तर से नदारद रहते हैं।
लखनऊ। अक्सर नौकरी के नाम पर सरकार को चूना लगाने वालों की अब खैर नहीं। प्रशासन अब ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने का पूरी तरह से मन बना चुका है जो काफी लम्बे अर्से से नौकरी के नाम पर सरकार को धोखा दे रहे है।
कई तो ऐसे भी हैं जो काफी अन्तराल तक नौकरी से गायब रहते है और समय—समय पर अपनी नौकरी बचाए रखने के लिए रिश्वत के बल पर कागजों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा लेते हैं।
दरअसल प्राधिकरण में पिछले करीब 9—10 साल से ड्यूटी से नदारद चल रहे आठ कर्मचारियों को लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश के आदेश पर बर्खास्त कर दिया गया है। इसकी औपचारिक जानकारी मंगलवार को दी गई। बताया गया कि ऐसे कर्मचारियों को लेकर अब प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई का मन बनाया है।
बताया गया रहा है कि ऐसे और भी लोगों का ब्योरा जुटाने की तैयारी है जो इस तरह की हरकत करते हैं। बताया गया कि प्राधिकरण ऐसे लोगों की तलाश में जुट गया है जो केवल कागजों में उपस्थित दर्ज करा दफ्तर से नदारद रहते हैं। बताया गया कि ऐसे कर्मचारी 10-10 साल से गायब हैं और उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
कई दफा तो ये कर्मचारी अधिष्ठान और अपने संबंधित अनुभाग के अन्य कर्मचारियों को रिश्वत के बल पर भी अपनी उपस्थिति बीच बीच में दर्ज करवाते हैं ताकि उनकी नौकरी न जाए। मगर अब ऐसे कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी प्रशासन ने कर ली है और उनका ब्योरा जुटाया जा रहा है।
ये कर्मचारी किए गए बर्खास्त
1-राम लखन ,अनुचर,2- आद्या प्रसाद, मेट,3- रविंद्र नाथ मुखर्जी, विद्युतकार
4-सरोज कुमार ,माली,5-मेवालाल ,सफाई कर्मी,6-ओम प्रकाश, माली,7-राज प्रताप सिंह, अनुचर,8-अखिलेश कुमार पांडे ,चैनमैन