लखनऊ: शाम होते ही कार्यालय बन जाता था दारू का अड्डा, अधिकारी ने मारा छापा, 3 कर्मचारी सस्पेंड
जांच में पता चला कि बीते कई महीने से यह काम होता है। शाम होते ही यह कार्यालय दारू का अड्डा बन जाता है। वहीं एलडीए अधिकारियों ने छापा मारने के दौरान सभी कर्मचारियों का वीडियो भी बना लिया था। बताया गया कि इसमें उनसे नाम और पता के साथ पद भी पूछा गया था। इस प्रकरण की रिपोर्ट प्राधिकरण उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी के सामने रखी गई।
लखनऊ। शाम होते ही राजधानी का एलडीए कार्यालय दारू के रूप अड्डे में तब्दील हो जाता है। जिसकी चर्चा अब आम हो चली थी। ऐसे में जब अधिकारियों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने अचानक यहां छापामार तीन कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ा है। जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।
दरअसल लखनऊ विकास प्राधिकरण के कार्यालय में शराब पीते हुए पाए गए कर्मचारियों के खिलाफ प्राधिकरण उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने कड़ी कार्रवाई की है। एलडीए वीसी ने अनुशासनहीनता के आरोपी बता तीनों कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया। इसके अलावा संविदा चालक सुनील यादव को कारण बताओं को नोटिस जारी किया गया है।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात को एलडीए कार्यालय के अंदर शराब पीते हुए कर्मचारी मिले थे। प्राधिकरण के अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा को इसकी शिकायत मिली थी, इसके बाद उन्होंने औचक दौरा किया था। इसमें तीन कर्मचारी कमरे के अंदर शराब पीते हुए मिले। बताया गया कि प्राधिकरण भवन की पुरानी बिल्डिंग के भूतल पर स्थित आरक्षित पार्किंग के पीछे बने कमरें में यह काम किया जा रहा था।
बताया गया कि छापे के दौरान चार कर्मचारी एलडीए और एक बाहरी व्यक्ति मिला था। जांच में पता चला कि बीते कई महीने से यह काम होता है। शाम होते ही यह कार्यालय दारू का अड्डा बन जाता है। वहीं एलडीए अधिकारियों ने छापा मारने के दौरान सभी कर्मचारियों का वीडियो भी बना लिया था। बताया गया कि इसमें उनसे नाम और पता के साथ पद भी पूछा गया था।
इस प्रकरण की रिपोर्ट प्राधिकरण उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी के सामने रखी गई। जिसके बाद वीसी ने कार्यालय में शराब पीने पर दिलीप कुमार निगम-अनुचर, पवन चैहान-अनुचर तथा कृष्ण दत्त तिवारी-चैकीदार को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया।
वहीं उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि प्राधिकरण प्रांगण में इस तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि संबंधित कर्मचारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।