लखनऊ:इंटरस्टेट चाइल्ड ट्रैफिकिंग गैंग का भंडाफोड़, पुलिस ने पति—पत्नी समेत पांच लोगों को धरदबोचा
पति-पत्नी असम की रहने वाली दो नाबालिग लड़कियों को लेकर लखनऊ के गाजीपुर निवासी कंचन आंटी को देने आए थे। इसी दरम्यान पुलिस ने उन्हें धरदबोचा। साथ ही दोनों नाबालिग लड़कियों को भी छुड़ा लिया गया। बताया गया कि ये आरोपी गरीब नाबालिग लड़कियों को काम दिलाने के बहाने अलग-अलग शहरों में लाकर बेच देते थे।
लखनऊ। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने देह व्यापार के लिए इंटरस्टेट चाइल्ड ट्रैफिकिंग करने वाले गिरोह का खुलासा किया है। मिली जानकारी के मुताबिक गिरोह में असम के रहने वाले पति-पत्नी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बताया गया कि दोनों पति-पत्नी असम की रहने वाली दो नाबालिग लड़कियों को लेकर लखनऊ के गाजीपुर निवासी कंचन आंटी को देने आए थे। इसी दरम्यान पुलिस ने उन्हें धरदबोचा। साथ ही दोनों नाबालिग लड़कियों को भी छुड़ा लिया गया। बताया गया कि ये आरोपी गरीब नाबालिग लड़कियों को काम दिलाने के बहाने अलग-अलग शहरों में लाकर बेच देते थे।
दरअसल बीते कई दिनों से पुलिस को गोमतीनगर इलाके में प्रदेश से बाहर की नाबालिग लड़कियों के देह व्यापार करने की खबरे मिल रही थी। इसी आधार पर मिली सूचना के मुताबिक पुलिस ने विपुलखंड के सहारा ब्रिज के नीचे कुछ लोगों को संदिग्ध गतिविधियों में देखकर हिरासत में ले लिया।
बताया गया कि गिरफ्तार हुए आरोपियों से पूछताछ हुई तो पता चला कि संदिग्धों में असम का फैजुद्दीन और उसकी पत्नी है। बताया गया किे ये दो नाबालिग लड़कियों को असम से लाकर लखनऊ के गाजीपुर निवासी कंचन आंटी को देने आए थे। मगर डिलीवरी से पहले ही पुलिस ने कंचन और उसके साथी सनी गुप्ता और राहुल गौतम को भी दबोच लिया।
बताया गया कि आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि ये गिरोह असम के कुछ पिछड़े जिलों से नाबालिग लड़कियों को काम दिलाने के बहाने प्रदेश से बाहर लाता है। इसके बाद इन्हें नई दिल्ली, जयपुर, लखनऊ जैसे शहरों में अलग-अलग गिरोह को बेच देता है। इधर पुलिस ने जिन लड़कियों को इन आरोपियों के कब्जे से छुड़ाया है। वे असम के कामरूप जिले की रहने वाली है।
बताया गया कि फैजुद्दीन और उसकी पत्नी दोनों लड़कियों को काम दिलाने के बहाने लेकर यहां पहुंचे थे। मामले को लेकर पुलिस की छानबीन जारी है।